Weekly Vrat Tyohar 28 May To 03 June 2024: बड़ा मंगल से लेकर अपरा एकादशी तक, पढ़िए व्रत-त्योहार की सूची
मई माह के अंतिम सप्ताह में 28 मई को बड़ा मंगल मनाया जाएगा। साथ ही कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इसके बाद जून महीने की शुरुआत होगी। जून महीने में कई प्रमुख व्रत त्योहार मनाए जाते हैं। इस माह के प्रथम सप्ताह में अपरा एकादशी मनाई जाएगी। यह पर्व हर वर्ष ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Weekly Vrat Tyohar 28 May To 03 June 2024: मई महीने के अंतिम और जून महीने के प्रथम सप्ताह में कई व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। इनमें सबसे पहले 28 मई को बड़ा मंगल मनाया जाएगा। इसे बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है। यह पर्व ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को मनाया जाता है। इसके अलावा, कई अन्य प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे। आइए, इस सप्ताह में पड़ने वाले सभी व्रत और त्योहारों के बारे में जानते हैं-
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प्रमुख व्रत-त्योहार
- 28 मई को बड़ा मंगल है। इसे बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है। इस शुभ दिन पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और उनके परम भक्त हनुमान की भेंट हुई थी। इस उपलक्ष्य पर बड़ा मंगल ज्येष्ठ महीने में मनाया जाता है। इस दिन विधि-विधान से राम परिवार संग हनुमान जी की पूजा की जाती है।
- 30 मई को कालाष्टमी है। यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन देवों के देव महादेव के रौद्र रूप काल भैरव देव की पूजा की जाती है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति हेतु कालाष्टमी का व्रत भी रखा जाता है।
- हर वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। वहीं, हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस प्रकार ज्येष्ठ माह में 30 मई को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की जाती है।
- हर वर्ष ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अपरा एकादशी मनाई जाती है। इस वर्ष 02 जून को अपरा एकादशी है। यह पर्व भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है। वैष्णव समाज के लोग 03 जून को अपरा एकादशी मनायेंगे।
- 04 जून को प्रदोष व्रत है। यह पर्व हर माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस व्रत का फल दिन अनुसार प्राप्त होता है।
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