Shani Dosh: जब कुंडली में शनि होते हैं खराब, तो इन मुसीबतों से घिरता है इंसान
Shani Dosh शनि देव मनुष्य के पाप और बुरे कार्यों का दंड प्रदान करते हैं। कहते हैं कि शनि देव के कारण गणेश जी का सिर कटा श्रीराम को वनवास हुआ रावण का वध हुआ पांडवों को वन गमन हुआ और राजा हरीशचंद्र को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ीं।
By Kartikey TiwariEdited By: Updated: Thu, 10 Jun 2021 07:15 AM (IST)
Shani Dosh: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनि देव मनुष्य के पाप और बुरे कार्यों का दंड प्रदान करते हैं। कहते हैं कि शनि देव के कारण गणेश जी का सिर कटा, श्रीराम को वनवास हुआ, रावण का वध हुआ, पांडवों को वन गमन हुआ और राजा हरीशचंद्र को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ीं। शनि के मजबूत होने से नौकरी, रोजगार और वाहन आदि का सुख तो मिलता है, परन्तु कुंडली में शनि के कमजोर या खराब होने से आजीविका के लिए संघर्ष और जीवन में कष्टों का सामना करना पड़ता है। आइए शनि दोष से होने वाले प्रभावों के बारे में जानते हैं।
शनि दोष के प्रभाव1. कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव के कारण मकान का क्षतिग्रस्त होना, मकान का गिरना और मकान बिक जाने जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
2. शनि के अशुभ होने से घर में लड़ाई-झगड़े के कारण परिवार में फूट पड़ जाता है।3. कुंडली में शनि के अशुभ होने पर बाल तेजी से झड़ जाते हैं।
4. शनि देव के बुरे प्रभाव होने पर घर या दुकान में अचानक आग लग सकती है।5. शनि के खराब होने पर धन-संपत्ति का किसी भी तरह नाश हो सकता है।6. शनि के अशुभ प्रभाव से समय पूर्व दांत और आंख कमजोर हो जाते हैं।7. शनि के दुष्प्रभाव की वजह से कर्ज या लड़ाई-झगड़े होते हैं।8. कुंडली में शनि के अशुभ होने पर मानसिक स्थिति बिगड़ सकती है, जिससे अनावश्यक चिंता और घबराहट होती है। इंसान पागल भी हो सकता है।
9. शनि के अशुभ होने पर व्यक्ति पराई स्त्री से संबंध, जुआ, सट्टा आदि खेलकर बर्बाद हो जाता है।10. शनि के दुष्प्रभाव से व्यक्ति भयानक दुर्घटना में अपंग, गंभीर रोग का शिकार होकर मर भी सकता है।डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'