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Janmashtami 2024: इन चीजों से जन्माष्टमी व्रत खंडित हो सकता है, जानें क्या खाएं और क्या न खाएं?

जन्माष्टमी का विशेष महत्व है। साल 2024 में जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से साधक को सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। यदि आप भी भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत कर रहे हैं तो उपवास के शुरुआत होने से पहले जरूर जान लें कि व्रत के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Sun, 25 Aug 2024 10:33 AM (IST)
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Janmashtami 2024: जन्माष्टमी पर इन चीजों से बनाएं दूरी (Pic Credit- freepik)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Janmashtami Vrat Falahaar: पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस दिन लड्डू गोपाल की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही 56 भोग अर्पित किए जाते हैं। ऐसा करने से साधक को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। जन्माष्टमी के दिन कुछ चीजों को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए। इससे व्रत खंडित हो सकता है।

जन्माष्टमी व्रत में क्या खाएं (What to eat during Janmashtami Fast )

अगर आप जन्माष्टमी व्रत रख रहे हैं, तो व्रत के दौरान फल, दूध, दही, शकरकंद, कुट्टू के आटे की रोटी का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा लड्डू गोपाल को चौलाई के लड्डू और पंचामृत को अर्पित कर सेवन किया जा सकता है।

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जन्माष्टमी व्रत में क्या न खाएं (What not to eat during Janmashtami Fast)

जन्माष्टमी व्रत के दौरान अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा लहसुन और प्याज भी नहीं खाना चाहिए। साथ ही शराब, मांस और अंडे को भी भूलकर भी नहीं खाना चाहिए।

जन्माष्टमी 2024 पूजा शुभ मुहूर्त (Janmashtami 2024 Puja Shubh Muhurat)

इस साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 26 अगस्त को मध्य रात्रि 03 बजकर 39 मिनट पर शुरू हो रही है। साथ ही इस तिथि का समापन 27 अगस्त को मध्य रात्रि 02 बजकर 19 पर समाप्त होगा। ऐसे में जन्माष्टमी व्रत 26 अगस्त को किया जाएगा। लड्डू गोपाल की पूजा करने का शुभ मुहूर्त 27 अगस्त की रात्रि 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।