योगी योग करते हैं जो उन्हें युवा रहने में काफी हद तक मदद करता है
नियमित सूर्य नमस्कार करें। यह पूरी तरह से आपके शरीर के लिए बेहतर व्यायाम है। इसके अलावा लगभग 5 से 10 मिनट तक हल्का-फुल्का व्यायाम शरीर को लंबे समय तक तरोताजा रखेगा।
योगी उम्र में भले ही ज्यादा हो, लेकिन वह युवाओं की तरह ही दिखाई देते हैं। ऐसा क्यों होता है? ऐसा वह भोजन में क्या आहार लेते हैं? और वो युवा बनने के लिए कौन-कौन से उपाय करते हैं? ऐसे तमाम सवाल किसी के भी जहन में उठ सकते हैं।
दरअसल, योगी योग करते हैं। जो उन्हें युवा रहने में काफी हद तक मदद करता है। वह योग के माध्यम से शरीर में मौजूद चक्र जागरण करते हैं। कुंडलिनी के सात चक्रों में से पांचवां चक्र यानी विशुद्धि चक्र शुद्धिकरण का केंद्र है। जो किसी भी सिद्ध योगी को दशकों तक युवा रहने में कारगर सिद्ध होता है।
योग पुरुष चक्र जागरण को आपका बौद्धिक स्तर ही नहीं बल्कि शरीर में बलिष्ठ और युवा हो जाता है। चक्र जागरण वही लोग कर सकते हैं जो अनावश्यक चिंता-बहस, नशा, अतिविचार की ओर रुख नहीं करते। ऐसे योग पुरुष ही चक्र जागृत कर युवा रहे सकते हैं।
उम्र बढ़ने के साथ ऐसे रहें युवा
- प्राणायाम करें। यह इसलिए जरूरी है कि जितने समय तक आप सांस अंदर-बाहर करते हैं उस दौरान ह्दय बेहतर तरीके से कार्य करता है। ऐसे में वह रक्त भी बेहतर तरीके से पंप करेगा। जो शरीर के सभी भागों में पर्याप्त मात्रा में पहुंचेगा। पर्याप्त रक्त अंगों तक पहुंचने के कारण आप तरोताजा रह सकते हैं। जो आपको युवाओं की तरह दिखने में सहायक है। वैसे इस पूरी प्रक्रिया को प्राणायाम के अलावा वायु वेग भी कहते हैं।
- नियमित सूर्य नमस्कार करें। यह पूरी तरह से आपके शरीर के लिए बेहतर व्यायाम है। इसके अलावा लगभग 5 से 10 मिनट तक हल्का-फुल्का व्यायाम शरीर को लंबे समय तक तरोताजा रखेगा।
- सात्विक भोजन शरीर के लिए बेहतर होता है। यहां सात्विक भोजन का अर्थ है शरीर के लिए पौष्टिकता प्रदान करने वाला भोजन। जैसे कि अंकुरित दाल, हरी सब्जियां, मौसमी सब्जियां, फल, सूप, और सबसे जरूरी जल का ज्यादा से ज्यादा सेवन (यह हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकता है) है।