Ram Mandir: यहां पढ़ें, अयोध्या स्थित राम मंदिर से जुड़े रोचक एवं महत्त्वपूर्ण तथ्य
Ram Mandir एक अनुमान के अनुसार मंदिर 250 फीट चौड़ा 380 फीट लंबा और 161 फीट (49 मी॰) ऊंचा होना चाहिए। मंदिर में भगवान विष्णु के समस्त अवतार और शिव के अवतार मुख्य केंद्र बिंदु है। भगवान राम मंदिर में प्रमुख देवता हैं। चौथी पीढ़ी के दर्जी श्री भागवत प्रसाद जी और श्री शंकर लाल जी ने राम लला की मूर्ती की पोशाक सिली थी।
धर्म डेक्स, नई दिल्ली। Ram Mandir: अहमदाबाद शहर में स्थित सोमपुरा परिवार के द्वारा अयोध्या के राम मंदिर का मूल डिजाइन 1988 में तैयार किया गया था। सोमपुरा परिवार मंदिर के डिजाइन बनाने में एक पारंगत परिवार रहा है। दुनिया भर में अनगिनत मंदिर का डिजाइन सोमपुरा परिवार की पीढ़ियों द्वारा बनाया गया है। इसमें सोमनाथ मंदिर भी शामिल है। मुख्य वास्तुकार श्री चंद्रकांत सोमपुरा जी थे और उनकी ही पीढ़ी के उनके दो बेटे, श्री निखिल सोमपुरा जी और श्री आशीष सोमपुरा जी ने कुछ बदलावों को करते हुए एक नया डिजाइन, 2020 में तैयार किया गया था।
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एक अनुमान के अनुसार, मंदिर 250 फीट चौड़ा, 380 फीट लंबा और 161 फीट (49 मी॰) ऊंचा होना चाहिए। मंदिर में भगवान विष्णु के समस्त अवतार और शिव के अवतार मुख्य केंद्र बिंदु है। भगवान राम मंदिर में प्रमुख देवता हैं। चौथी पीढ़ी के दर्जी श्री भागवत प्रसाद जी और श्री शंकर लाल जी ने राम लला की मूर्ती की पोशाक सिली थी, जो भगवान श्री राम की मूर्ति के चौथी पीढ़ी के दर्जी थे।
भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को होगी। देश भर में भगवान राम के भव्य समारोह को लेकर सभी उत्साहित हैं और सभी के द्वारा कार्यक्रम में हिस्सा लेने और अपने अपने स्थानों पर जागरूकता के साथ मन में उमंग लिए कलश यात्रा, अक्षत वितरण, भेट आदि का आयोजन किया जा रहा है।
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बहुत से स्कूलों में भी भगवान राम, माता सीता लक्ष्मण, हनुमान जी के प्रोग्राम का मंचन अथवा ड्रेस अप उत्साह पूर्वक बनाया जा रहा है। सभी मंदिरों को सजाने और साफ सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। 22 जनवरी को सरकार द्वारा विद्यालयों में छुट्टी दी गयी है। राम भक्त 22 जनवरी, 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर संध्याकाल में अपने अपने घरों पर दीये जलाएंगे।