Move to Jagran APP

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि पर करें वास्तु से जुड़े आसान उपाय, जरूर मिलेगा मां भगवती का आशीर्वाद

Chaitra Navratri 2023 हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 मार्च 2023 बुधवार के दिन चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हो जाएगा। इस अवधि में वास्तु से जुड़े कुछ उपाय करने से साधकों को विशेष लाभ मिलता है। आइए जानते हैं-

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Tue, 21 Mar 2023 10:41 AM (IST)
Hero Image
Chaitra Navratri 2023: जानिए चैत्र नवरात्रि के कुछ आसान उपाय जिनसे मिलेगा साधकों को लाभ।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Chaitra Navratri 2023 Vastu Upay: प्रत्येक वर्ष चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से हो जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 22 मार्च 2023, बुधवार यानि कल से प्रारंभ होगी। नवरात्रि के इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ प्रमुख स्वरूपों की उपासना का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन नौ दिनों में मां भगवती की उपासना करने से सभी कष्ट और दुख दूर हो जाते हैं। साथ ही साधकों की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है।

बता दें कि वास्तु शास्त्र में चैत्र नवरात्रि के सन्दर्भ में कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करने से साधक को उनकी उपासना का पूर्ण फल प्राप्त होता है और घर परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। आइए जानते हैं, चैत्र नवरात्रि में किए जानें वाले कुछ आसान वास्तु उपाय।

चैत्र नवरात्रि वास्तु उपाय (Chaitra Navratri 2023 Vastu Upay)

  • वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि जिस घर के मुख्य द्वार पर 'ॐ' का चिन्ह होता है, वहां सदैव सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। ध्यान रखें कि यह पवित्र चिन्ह केवल उत्तर या पूर्व दिशा में ही बनाएं।

  • कार्यक्षेत्र या व्यवसायिक उन्नति के लिए साधक एक लोटे में जल भरकर पूर्व या उत्तर दिशा में रख दें और उसमें पीला या लाल रंग का फुल डाल दें। माना जाता है कि ऐसा करने से नौकरी में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं।

  • चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन साधक घर के मुख्य द्वार पर माता लक्ष्मी के चरणों के चिन्ह लगाएं और फिर उसपर तिलक लगाएं, नितदिन उनकी पूजा करने से जीवन में आ रहीं आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं और साधकों को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

  • चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन अखंड ज्योति को दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थापित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से परिवार का कल्याण होता है और घर के सदस्यों को धन एवं आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही साधक को सभी कार्यों में विजय का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

यह भी पढ़ें:

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन बन रहा है दुर्लभ शुभ योग, जानें पूजा समय और घटस्थापना समय

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि पर 110 वर्षों के बाद बन रहा है अत्यंत दुर्लभ संयोग, मिलेगा पूजा का फल

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।