Feng Shui Tips: फेंगशुई के अनुसार घर में करें ये बदलाव, देखते ही देखते दूर होंगी कई परेशानियां
माना गया है कि घर में फेंगशुई के कुछ नियमों का ध्यान रखने से व्यक्ति के भाग्य में वृद्धि हो सकती है। साथ ही नकारात्मकता भी घर से दूर होने लगती है। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ फेंगशुई टिप्स जिन्हें आप आसानी से अपने घर में अपना सकते हैं और आपको इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलेंगे।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Feng Shui For plants: फेंगशुई, चीनी वास्तु शास्त्र है। माना जाता है कि घर में फेंगशुई नियमों का ध्यान रखने से घर का माहौल खुशनुमा बना रहता है और परिवार में सुख समृद्धि आती है। कई परिवारों में फेंगशुई टिप्स को अपनाया जाता है। ऐसे में आप भी घर में ये छोटे-छोटे बदलाव करके जीवन में इसके सकारात्मक परिणामों का अनुभव कर सकते हैं।
मुख्य द्वार के नियम
फेंगशुई में घर के प्रवेश द्वार या मुख्य द्वार को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि इसी स्थान से सकारात्मक ऊर्जा अंदर प्रवेश करती है। फेंगशुई के नियमों के अनुसार, आपका प्रवेश द्वार एकदम साफ सुथरा होना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि घर के प्रवेश द्वार पर रोशनी भी पर्याप्त रूप से होनी चाहिए।
लगाएं ये पौधे
फेंगशुई में कुछ पौधों को घर में लगाना अत्यंत शुभ माना गया है। जिसमें बांस, मनी प्लांट, जेड प्लांट, लिली प्लांट को बहुत ही शुभ माना गया है। इन्हें घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर बनी रहती है। साथ ही धन में भी के भी योग बनते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि घर के अंदर कभी भी नुकीली पत्तियों वाले पौधों को नहीं लगाना चाहिए।यह भी पढ़ें - Vastu Tips for Plants: ये पौधे रोक सकते हैं आपकी बरकत, तुरंत कर दें घर से बाहर
रखें ऐसी मूर्तियां
चीनी वास्तु शास्त्र में घोड़े को तरक्की और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में आप अपने घर में घोड़े की मूर्ति को घर रख सकते हैं। इसके साथ ही फेंगशुई में घर पर लाफिंग बुद्धा रखना भी काफी शुभ माना गया है। इससे जीवन में समृद्धि का वास बना रहता है। इसके साथ ही फेंगशुई के अनुसार, घर पर कछुए की मूर्ति रखने से तमाम तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है।WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करेंडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'