Guggal Dhoop: घर में इस तरह से जलाएं गुग्गल धूप, हर छोटी-बड़ी समस्या से मिलेगा छुटकारा
गुग्गल में कई गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो वातावरण को शुद्ध करने का काम करते हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार घर में रोजाना गुग्गल धूप जलाने से भगवान प्रसन्न होते हैं जिससे घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किस तरह गुग्गल धूप की सहायता से वास्तु दोष जैसी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Guggal Dhoop ke Upay: सनातन धर्म में अधिकतर चीजों का जुड़ाव विज्ञान से भी माना गया है। हिंदू धर्म में कई ऐसे पारम्परिक अनुष्ठान हैं, जो विज्ञान की दृष्टि से भी लाभदायक हैं। इसी प्रकार घर में गुग्गल धूप को जलाना जहां नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है, वहीं इसका सेहत पर भी लाभ देखने को मिलता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि घर में किस प्रकार गुग्गल धूप जलाना चाहिए।
वास्तु दोष दूर करने का उपाय
यदि घर में वास्तु दोष व्यापत हो जाता है, तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति को कई प्रयासों के बाद भी सफलता हासिल नहीं हो होती। इस स्थिति से छुटकारा पाने के लिए शाम के समय गुग्गल, पीली सरसों, गाय का घी और लोबान को मिलाकर एक गाय के कंडे पर रखकर जलाएं। इसके बाद पूरे घर में धूनी दें। ये काम आपको लगातार 21 दिनों तक करना है। ऐसा करने से आपको वास्तु दोष से छुटकारा मिल सकता है।
गृह क्लेश से मिलेगा छुटकारा
यदि पति-पत्नी के बीच बिना बाद के विवाद की स्थिति बनी रहती है, तो ऐसे में आपको रोजाना गोबर के कंडे में गुग्गल डालकर जलाना चाहिए और पूरे घर में धूनी देना चाहिए। इससे घर की नकारात्मकता समाप्त होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। जिससे घर के माहौल में शांति बनी रहती है।
यह भी पढ़ें - Vastu Tips: परिवार में रहती है क्लेश की समस्या, तो घर के मुख्य द्वार पर जलाएं दीपक, मिलेंगे कई लाभ
सेहत में भी होगा फायदा
यदि घर में हमेशा किसी-न-किसी सदस्य की सेहत खराब बनी रहती है, तो ऐसे में गुग्गल धूप की धूनी पूरे घर में करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे घर का माहौल शुद्ध और सुगंधित बना रहता है। साथ ही इससे मानसिक थकावट भी दूर होती है और मन को शांति का अनुभव होता है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।