Morpankhi Plants Benefits: आज ही घर में लगाएं मोरपंखी का पौधा, जीवन में मिलेगी सफलता
मोरपंखी का पौधा घर में लगाने से घर का वातावरण शुद्ध होता है। साथ ही सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इसे विद्या का पौधा भी कहा जाता है। तो चलिए जानते हैं इस पौधे के ज्योषित के अनुसार क्या लाभ हैं।
By Jagran NewsEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Thu, 11 May 2023 04:20 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Morpankhi Plants Benefits: घर का वातावरण सुंदर बनाए रखने के लिए लोग घर में कई तरह के पेड़-पौधे लगाते हैं। जिसमें कुछ औषधीय गुण वाले होते है तो कुछ केवल सुंदरता बढ़ाने का काम करते हैं। हर पेड़-पौधे का अपना महत्व है। उसी प्रकार मोरपंखी का पौधा भी घर में सकारात्मकता लाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस पौधे को बहुत शुभ माना गया है।
घर में आती है बरकत
मोरपंखी का पौधा लगाने से घर में सुख-शांति तो आती ही है। साथ ही परिवार के सदस्यों के जीवन में भी बरकत बनी रहती है। इस पौधे को लगाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है। कर्ज को दूर करने के लिए भी इस पौधे को घर में लगा सकते हैं।
खुलते हैं उच्च शिक्षा के रास्ते
मोरपंखी के पौधे को घर में लगाने से परिवार के लोगों की बुद्धि तेज होती है। इससे बच्चों का दिमाग तेज चलने लगता है और उनका मन पढ़ाई में लगने लगता है। बच्चे परीक्षा में अव्वल आते हैं। इस पौधे को घर में लगाने से व्यक्ति को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसर भी मिलते हैं।दूर होता है डर
मोरपंखी के पौधे को उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। आप इसे घर के मुख्य द्वार के पास लगा सकते हैं, जिससे घर में नकारात्मक ऊर्जा अंदर प्रवेश नहीं करती। इससे परिवार वालों के मन में किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता।
खत्म होता है आपसी मनमुटाव
ऐसी मान्यता है कि मोरपंखी का पौधा घर में लगाने से आपसी मनमुटाव खत्म होता है। साथ ही परिवार में एकता बनी रहती है। यदि मोरपंखी का पौधा जोड़े में लगाया जाता है तो इससे दांपत्य जीवन सुखमय बना रहता है।Writer- Suman Saini डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'