Palash Flower Remedies: हिंदू धर्म में क्या है पलाश के फूलों का महत्व, इन उपायों से कभी खाली नहीं होगी तिजोरी
हिंदू धर्म में प्रकृति का विशेष महत्व है। सनातन धर्म में कई पेड़-पौधों को पूजनीय माना गया है। क्योंकि उनमें देवी-देवताओं का वास होता है। आज हम पलाश के फूलों के महत्व के बारे में बात करने जा रहे हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Wed, 24 May 2023 06:07 PM (IST)
नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क। Vastu Tips for Palash Flower: पलाश के पेड़ में त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना गया है। पलाश के फूलों की सुंदरता किसी का भी मन मोह सकती है। इन्हें टेसू के फूल भी कहा जाता है। कई लोग घर की सुंदरता बढ़ाने के लिए टेसू के पेड़ लगाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके उपाय करने से घर में कभी धन की कमी नहीं होती।
किस उपाय से भरेगी तिजोरी
पलाश के फूलों को लाल कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में रखें। इस उपाय से घर में कभी भी धन की कमी नहीं होगी। तिजोरी में सफेद पलाश के फूल रखने से भी तुरंत लाभ मिलता है। वहीं अगर आपका मन अशांत है तो इसके लिए अपने तकिए के नीचे पलाश के फूल रखें या फिर सिरहाने के पास पलाश के फूलों का गुलदस्ता रखें। इससे मन को शांति मिलती है, साथ ही नींद भी अच्छी आती है।
बीमारी से कैसे पाएं राहत
अगर आप लम्बे समय से किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो इसके लिए पलाश के फूल का ये उपाय कर सकते हैं। रविवार के दिन पलाश के पेड़ की जड़ लेकर इसमें सूती धागा लपेट कर अपने दाहिने हाथ पर बांध लें। ऐसा करने से गंभीर से गंभीर समस्या में राहत मिलती है।बुरे फल से छुटकारा पाने के लिए क्या करें
शनि देव को काले तिल और तेल के साथ पलाश के फूल चढ़ाने से शनि का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता। मंगल ग्रह शांत करने के लिए 21 मंगलवार को भगवान हनुमान को पलाश के फूल अर्पित करें।
मां लक्ष्मी को कैसे करें प्रसन्न
हर शुक्रवार के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को पलाश के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, और आपके ऊपर अपनी दया दृष्टि बनाए रखती हैं। जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है। सफेद रंग के फूल मां लक्ष्मी को अति प्रिय हैं। इसलिए आप इन्हें भी अर्पित कर सकते हैं। इससे भी उनकी विशेष कृपा आपके ऊपर बनी रहती है।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'