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Sawan 2024: सावन के महीने में घर में न रखें ये चीजें, वरना मिल सकते हैं बुरे परिणाम

सावन का पवित्र माह चल रहा है जिसे भगवान शिव के लिए समर्पित माना जाता है। इसमें भक्त भगवान शिव की कृपा प्राप्ति के लिए व्रत आदि करते हैं। सावन माह में खानपान संबंधी नियमों के साथ-साथ अन्य नियमों में भी बदलाव आता है। ऐसे में यदि आपके घर में भी ये चीजें हैं तो इन्हें तुरंत घर से बाहर कर देना चाहिए।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Tue, 06 Aug 2024 04:22 PM (IST)
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Sawan 2024 Vastu Tips सावन में अपने घर से निकाल दें ये चीजें।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शिव जी का प्रिय महीना यानी सावन सोमवार, 22 जुलाई 2024 से शुरू हो चुका है, जो सोमवार, 19 अगस्त 2024 तक रहने वाला है। ऐसे में आइए जानते हैं कि सावन के दौरान किन चीजों को अपने घर में नहीं रखना चाहिए, अन्यथा इससे आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। साथ ही इन चीजों को वास्तु की दृष्टि से भी घर में रखना अच्छा नहीं माना जाता।

न रखें ये चीजें

सावन में सात्विक भोजन करने का विधान है। ऐसा माना जाता है कि शिव पूजा का फल साधक को तभी मिलता है, जब वह तन-मन से स्वच्छता और पवित्रता का ध्यान रखें। ऐसे में सावन में घर में मांस, अंडा, प्याज और लहसुन आदि भी नहीं रखना चाहिए। क्योंकि इससे पूजा का पूर्ण फल साधक को नहीं मिलता।

न रखें ऐसी मूर्तियां

सावन में अपने घर में खंडित मूर्ति को रखने से बचना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मकता बढ़ सकती है। ऐसे में आप खंडित मूर्तियों को किसी नदी या तालाब में प्रवाहित कर सकते हैं। आप इन मूर्तियों को किसी मंदिर या फिर पीपल के पेड़ के नीचे भी रख सकते हैं। इसी तरह घर के मंदिर में कटी-पुरानी धार्मिक पुस्तकों को रखने से भी नकारात्मकता बढ़ने लगती है। इसलिए ऐसी पुस्तकों को भी किसी बहते स्वच्छ जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।

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इन बातों का भी रखें ध्यान

हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पवित्र माना जाता है। सावन के महीने में घर में तुलसी का पौधा लगाना शुभ माना जाता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि भगवान शिव की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही घर में बंद घड़ी भी नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि इसे वास्तु की दृष्टि से बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।