Supari Ke Upay: सुपारी के इन उपायों से जल्दी बनते हैं शादी के योग, दूर होती है आर्थिक तंगी
सुपारी केवल खाने के लिए ही काम नहीं आती बल्कि इसे धार्मिक कर्मकांड में भी प्रयोग किया जाता है। सुपारी को पूजा अभिन्न अंग माना गया है। जब सुपारी की विधिवत पूजा की जाती है तो वह चमत्कारी हो जाती है।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Thu, 08 Jun 2023 03:56 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Supari Ke Upay: पूजा-पाठ में सुपारी का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में इसे पूजनीय माना गया है। पूजा की सुपारी पर जनेऊ चढ़ाकर जब पूजन किया जाता है तो अखंडित सुपारी गौरी-गणेश का रूप बन जाती है। सुपारी का उपयोग लगभग हर धार्मिक कार्य में होता है। साथ ही ज्योतिष शास्त्र में भी इसके कुछ अचूक और आसान उपाय बताए गए हैं। जिन्हें करने से व्यक्ति की सोई किस्मत जाग जाती है।
आर्थिक तंगी के लिए करें ये उपाय
आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए आप सुपारी का ये कर सकते हैं। इसके लिए गणेश जी की पूजा के बाद एक लाल कपड़े में सुपारी को लपेटकर तिजोरी या धन के स्थान पर रख दें। इस उपाय से आपको निश्चित ही आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। सुपारी का टोटका नजर दोष को भी दूर करता है। अगर घर के किसी भी सदस्य को नजर लग गई है तो सुपारी को 7 बार उस व्यक्ति के सिर से उतार कर हवन कुंड में जला दें। इससे बुरी नजर दूर होती है और आने वाली बलाएं टल जाती हैं।
रुके हुए काम बनाने के लिए करें ये उपाय
अगर आपका कोई काम लंबे समय से रुका हुआ है, तो इसके लिए अपने पर्स में एक सुपारी और दो लौंग रख लें। जब काम के लिए जाएं, तो लौंग को मुंह में रख लें और सुपारी को किसी मंदिर में चढ़ा दें। इस उपाय को करने से आपका हर रुका हुआ काम बनने लगता है। वहीं, अगर सुपारी को चांदी की डिबिया में अबीर लगाकर किसी भी पूर्णिमा के दिन पूजा घर में रखा जाता है, तो घर में मंगल कार्य जल्दी होते हैं।इस उपाय से बनते हैं शादी के योग
हल्दी, कुमकुम और चावल लगाकर सुपारी पर मौली लपेटें और इसे किसी भी गुरुवार को विष्णु-लक्ष्मी मंदिर में छुपाकर आ जाएं। इससे अविवाहित कन्या की शादी के योग जल्दी बनते हैं। जब रिश्ता पक्का हो जाए तो उसी सुपारी को शादी तक घर में रखें। फिर किसी नदी या तालाब आदि में विसर्जित कर दें।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'