Vastu Tips: सोते समय सिरहाने न रखें ये चीजें, वरना रूठ जाएंगी धन की देवी
वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में ऐसी कई चीजें बताई गई हैं जिन्हें सिरहाने रखकर सोने से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। लेकिन इसके साथ ही कुछ ऐसी चीजों का भी वर्णन किया गया है जिन्हें सिरहाने रखकर बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए अन्यथा जीवन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं वह कौन-सी चीजें हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मां लक्ष्मी को हिंदू धर्म में धन की देवी के रूप में पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब किसी साधक पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है, तो उसे धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता। यदि आप सोते समय कुछ चीजें अपने सिरहाने के पास रखते हैं, तो इससे आपको मां लक्ष्मी का क्रोध झेलना पड़ सकता है। ऐसे में इन चीजों को तुरंत अपने सिरहाने के पास से हटा देना चाहिए।
रुष्ट हो सकती हैं मां लक्ष्मी
सोते समय कभी भी अपने सिरहाने के पास सोने या चांदी से बने आभूषण नहीं रखने चाहिए, इससे मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं, जिससे व्यक्ति को धन की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही अपने सिरहाने पर पैसे या पर्स आदि रखकर भी नहीं सोना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी का अपमान माना जाता है।
आ सकते हैं बुरे सपने
कई लोगों की आदत होती है कि वह अपने सिरहाने पर चाबियां आदि रखकर सोते हैं। लेकिन इस आदत को बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता। ऐसा करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति पर प्रभाव पड़ सकता है। इसी तरह कभी भी अपने सिरहाने पर चमड़े से बनी चीजों को भी नहीं रखना चाहिए। इससे व्यक्ति को बुरे सपने आने की समस्या बनी रहती है।यह भी पढ़ें - Vastu Tips: धन प्राप्ति के लिए आज ही आजमाएं वास्तु टिप्स, कभी नहीं होगी धन की कमी
पड़ सकता है बुरा प्रभाव
आजकल कई लोग इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे फोन आदि को अपने सिरहाने पर रखकर सोते हैं। इससे व्यक्ति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी ऐसा करना सही नहीं माना गया। इससे व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। कई लोग पढ़ते-पढ़ते किताब को अपने पास ही रखकर सो जाते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र की दृष्टि से ऐसा करना मां सरस्वती का अपमान माना जाता है। इसलिए अपनी इस आदत को तुरंत बदल लेना चाहिए।अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।