Vastu Tips: स्वस्थ जीवन शैली के लिए अपनाएं ये वास्तु टिप्स, कई समस्याओं से मिलेगा छुटकारा
वास्तु शास्त्र का हिंदू धर्म में विशेष माना गया है। इसकी सहायता से आप अपने घर और कार्यक्षेत्र में कई प्रकार के लाभ देख सकते हैं। वहीं आप इसका उपयोग स्वस्थ जीवन शैली के लिए भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको वास्तु के कुछ नियमों का नियमित रूप से अपनाना होगा। चलिए जानते हैं कि वह वास्तु उपाय क्या हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। घर और कार्यक्षेत्र में वास्तु नियमों का ध्यान रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। घर का वास्तु ठीक हो तो इसका सकारात्मक प्रभाव परिवार के सदस्यों पर भी देखने को मिलता है। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ आसान वास्तु उपाय, जिन्हें अपनाने से आपको इसका अच्छा प्रभाव अपने स्वास्थ्य पर भी देखने को मिल सकता है।
स्वास्थ्य में मिलेगा लाभ
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पवित्र माना गया है। वहीं वास्तु की दृष्टि से भी यह पौधा विशेष महत्व रखता है। ऐसे में आपको अपने घर में तुलसी का पौधा जरूर लगाना चाहिए। वास्तु के अनुसार, तुलसी लगाने के लिए उत्तर, पूर्व या फिर ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) अच्छा माना गया है। इससे आपको अपने स्वास्थ्य में भी लाभ देखने को मिल सकता है।
सोते समय रखें दिशा का ध्यान
सोते समय दिशा का ध्यान जरूर रखना चाहिए, क्योंकि इसका प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। सोते समय आपका सिर दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए। इससे व्यक्ति को अच्छी नींद आती है। लेकिन भूलकर भी दक्षिण दिशा की ओर अपने पैर नहीं करने चाहिए, वरना आपकी सेहत पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है।यह भी पढ़ें - Vastu Tips: लड्डू गोपाल की मूर्ति से जुड़े वास्तु नियमों का जरूर रखें ध्यान, नहीं आएगी कोई बाधा
रसोई में रखें इस बात का ध्यान
रसोई में अपने गैस चूल्हे को हमेशा आग्नेय कोण यानी दक्षिण-पूर्व कोण में रखना चाहिए। वहीं किचन में पानी का नल ईशान कोण में होना चाहिए किचन की खिड़की पूर्व दिशा में होनी चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि किचन से सटा हुआ बाथरूम नहीं होना चाहिए। वरना कई तरह को रोगों का सामना करना पड़ता है। रसोई घर में इन सभी वास्तु नियमों का ध्यान रखने से व्यक्ति को इसका सकारात्मक प्रभाव जीवन पर भी देखने को मिलता है।यह भी पढ़ें - Vastu Tips: धन प्राप्ति के लिए आज ही आजमाएं वास्तु टिप्स, कभी नहीं होगी धन की कमी
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।