Vastu Tips: धन की समस्या को सुलझा सकते हैं वास्तु के उपाय, आज ही अपनाएं ये टिप्स
कई लोग कड़ी मेहनत के बावजूद हमेशा धन की समस्या से जूझते रहते हैं। ऐसे में यदि आप अपने घर में कुछ वास्तु नियमों का ध्यान रखते हैं तो आपको धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। चलिए जानते हैं कि वास्तु के अनुसार घर में किन नियमों का ध्यान रखना चाहिए ताकि कर्ज आदि जैसी समस्याओं से बचा जा सके।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vastu Tips For Home: वास्तु शास्त्र में कई ऐसे नियम बताए गए हैं, जिनका ध्यान रखने पर व्यक्ति को जीवन में अन्य समस्याओं के साथ-साथ धन की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है। माना गया है कि यदि घर में वास्तु के नियमों का ध्यान रखा जाए, तो इससे व्यक्ति को अपनी आर्थिक स्थिति में भी लाभ देखने को मिल सकता है।
जरूर रखें इस बात का ध्यान
वास्तु में घर के मुख्य द्वार को विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि यहीं घर में सकारात्मक ऊर्जा के आने का रास्ता होता है। ऐसे में अपने मुख्य द्वार को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। इसके साथ ही आप अपने मुख्य द्वार पर विंड चाइम लगा सकते हैं। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है, जिससे व्यक्ति के भाग्य में वृद्धि हो सकती है।
लगाइए फिर पौधे
वास्तु में कुछ पेड़-पौधों को बहुत ही शुभ माना गया है। ऐसे में यदि आप अपने घर में मनी प्लांट, जेड प्लांट, बंबू ट्री, तुलसी और शमी का पौधा आदि लगाते हैं, तो इससे पॉजिटिव ऊर्जा बढ़ती है, जिससे धन संबंधी समस्याएं भी दूर होने लगती हैं।यह भी पढ़ें - Vastu Tips: घर की नींव में क्यों रखते हैं चांदी के नाग-नागिन और कलश? भागवत गीता में है वर्णन
न रखें ऐसी चीजें
वास्तु शास्त्र पर बंद खड़ी या लंबे समय से बेकार पड़ी घड़ी को घर में रखना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता। ऐसा करने से घर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे व्यक्ति धीरे-धीरे में समस्याओं से घिर जाता है। साथ ही घर में कोई ऐसी टंकी या नल नहीं होना चाहिए, जो टपकता हुआ हो और न ही घर में पानी की बर्बादी होने देनी चाहिए। ये चीजें भी सौभाग्य में बाधक बनती हैं।अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।