Vastu Tips: आम के पत्तों का इस तरह करें उपयोग, हर काम में मिलेगी सफलता
Vastu Tips हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। वास्तु शास्त्र में घर की हर छोटी से लेकर बड़ी वस्तु को रखने के कुछ नियम बताए गए हैं। इसी प्रकार वास्तु शास्त्र में आम के पत्तों के लिए भी कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से व्यक्ति के रुके हुए कार्य पूरे होने लगते हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sun, 06 Aug 2023 09:30 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म। Vastu Tips: हिंदू संस्कृति में प्रकृति को एक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इसी के चलते कई पेड़-पौधों को पूजनीय भी माना गया है। इसी प्रकार आम के पेड़ का भी विशेष महत्व है। इसकी पत्तियों से लेकर लकड़ियों तक का प्रयोग मांगलिक कार्यों में किया जाता है। वास्तु शास्त्र में आम की पत्तियों के कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
आम के पेड़ का महत्व
विवाह, पूजन या गृह प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्य में आम के पत्ते शुभ माने जाते हैं। इसके बिना कोई भी शुभ कार्य पूरा नहीं माना जाता। ऐसा माना जाता है कि मांगलिक कार्यों में इनका प्रयोग करने से नकारात्मक ऊर्जा काम में बाधा नहीं पहुचाती।
ये करें वास्तु उपाय
ज्योतिष शास्त्र में आम के पेड़ को मंगल का कारक माना गया है। इसलिए मांगलिक कार्यो में इसके पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्ते लटकाने से परिवार को बुरी नजर नहीं लगती। साथ ही इससे नकारात्मक ऊर्जा भी घर में प्रवेश नहीं करती है। जिस कारण घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।काम में मिलेगी सफलता
शनिवार के दिन आम के पेड़ की पूजा करने से रुके हुए कार्य पूरे होने लगते हैं। साथ ही हर कार्य में व्यक्ति को सफलता मिलने लगती है। घर के मंदिर को आम के पत्तों से सजाना चाहिए साथ ही भगवान गणेश की मूर्ति के पास आम के पत्ते रखें। ऐसा करने से धन की कमी नहीं होती और घर में बरकत आती है।
हनुमान जी को ऐसे करें प्रसन्न
आम हनुमान जी का प्रिय फल माना गया है। रोजाना आम के एक पत्ते पर चंदन से जय श्री राम लिखकर हनुमान मंदिर में चढ़ाना चाहिए। इससे हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'