Vastu Tips: लगातार बनी हुई है धन की समस्या, तो आज ही आजमाएं ये वास्तु टिप्स
वास्तु शास्त्र में माना गया है कि हर चीज का एक निश्चित जगह पर होने से घर में सकारात्मकता का विकास होता है। साथ ही घर और कार्यक्षेत्र में वास्तु नियमों का ध्यान रखने से सुख-समृद्धि का वास भी बना रहता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे ही वास्तु टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी सहायता से आप जीवन में लाभ देख सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कई बार व्यक्ति को अच्छा-खासा कमाने के बाद भी धन की समस्या बनी रहती है। वास्तु शास्त्र में बताए गए उपाय व्यक्ति को न केवल वास्तु दोष से दूर रखते हैं, बल्कि धन लाभ भी पहुंचाते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं धन लाभ के लिए कुछ आसान वास्तु उपाय, जिन्हें आपको जरूर आजमाना चाहिए।
कर्ज से जल्द मिलेगी मुक्ति
वास्तु के अनुसार, कर्ज से जल्द मुक्ति पाने के लिए घर या दुकान की उत्तर दिशा में धन रखना चाहिए, क्योंकि वास्तु मान्यताओं के अनुसार, यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार मानी जाती हैं। इसके साथ ही इस दिशा में धन की देवी लक्ष्मी और कुबेर देव का भी वास माना गया है। इसलिए इस दिशा में धन रखने से धन संबंधी समस्याओं में लाभ मिलने लगता है।
इस दिशा में जलाएं दीपक
हिंदू धर्म में दीपक को ज्ञान के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। वहीं वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि शाम के मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाने से घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दीपक को प्रवेशद्वार पर इस प्रकार रखना चाहिए कि घर से निकलते समय दीपक आपके दाएं हाथ की तरफ हो।यह भी पढ़ें - Money Plant: घर की इस दिशा में लगाएं मनी प्लांट, सुख और समृद्धि में होगी वृद्धि
ईशान कोण में रखें ये चीजें
धन लाभ के लिए घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व के बीच में एक्वेरियम या एक छोटा-सा फव्वारा रखना चाहिए। वास्तु नियमों के अनुसार, ईशान कोण में देवी-देवताओं का वास होता है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि इस दिशा में गंदगी या भारी सामान नहीं रखना चाहिए। वरना इससे आपकी मुसीबत बढ़ सकती हैं।अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।