Vastu Tips: नए साल पर वास्तु के अनुसार अपने प्रियजनों को दें ये गिफ्ट, खुल जाएगा किस्मत का ताला
Vastu Upay in hindi जीवन में ऐसे कई मौके आते हैं जब हम अपने जानने वालों को कोई-न-कोई उपहार देते हैं। ज्यादातर लोग इस सोच में पड़ जाते हैं कि क्या उपहार देना बेहतर रहेगा। आज हम आपको वास्तु के अनुसार कुछ ऐसे गिफ्ट बताने जा रहे हैं जो न केवल आपके प्रियजनों की खुशी बढ़ाएगा बल्कि आने वाले साल में उसके लिए सौभाग्य भी लेकर आएगा।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vastu Tips for New Year Gift: कुछ दिनों में नए साल की शुरुआत होने जा रही है। इस दौरान लोग एक-दूसरे को तोहफे देकर नए साल का जश्न मनाते हैं। ऐसे में आप कुछ वास्तु टिप्स अपनाकर अपने परिवारजनों और दोस्तों के लिए ऐसे गिफ्ट का चयन कर सकते हैं, जो उनके आने वाले साल को बेहतर बना सकते हैं। आईए जानते हैं, वास्तु के अनुसार कुछ बेहतरीन गिफ्ट आईडियाज।
ये होगा एक बेहतर गिफ्ट
यदि आप किसी को नए साल पर तोहफा देना चाहते हैं, तो इसके लिए अच्छी और ज्ञानवर्धक पुस्तकें दे सकते हैं। इससे व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। साथ ही इसे वास्तु की दृष्टि से भी बहुत ही अच्छा माना गया है।
भाग्य में होगी वृद्धि
नए साल की शुरुआत में आप अपने प्रियजनों को तोहफे के रूप में एक पौधा गिफ्ट कर सकते हैं। यह जितना पर्यावरण के लिए अच्छा है, उतना ही आपकी प्रियजनों के भाग्य के लिए भी बेहतर साबित होगा।वास्तु दोष का होगा निवारण
अगर आप नववर्ष के मौके पर किसी को कलश, फेंगशुई की चीजें जैसे लाफिंग बुद्धा आदि गिफ्ट करते हैं, तो इससे वास्तु दोष से मुक्ति मिल सकती है। ऐसे में वास्तु के अनुसार न्यू ईयर पर देने के लिए यह एक अच्छा गिफ्ट है।
WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें
न दें ऐसे गिफ्ट
वास्तु में कुछ चीजों को गिफ्ट के रूप में देना अशुभ भी माना गया है। नए साल की शुरुआत में किसी भी व्यक्ति को जूते-चप्पल, चाकू, घड़ी और रुमाल जैसे गिफ्ट देने से बचना चाहिए। वास्तु शास्त्र में इन चीजों को शुभ नहीं माना गया। इन चीजों को तोहफे के रूप में देने से नकारात्मकता बढ़ सकती है। वही, वास्तु शास्त्र में देवी-देवताओं की तस्वीर को भी उपहार के रूप में देना अच्छा नहीं माना जाता।
डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'