Vastu Tips: भूलकर भी इन जगहों पर न लगाएं पितरों की तस्वीर, जानिए पितरों को प्रसन्न करने के वास्तु उपाय
Vastu Tips for Pitru Paksha 2022 दैनिक दिनचर्या में की गई कई गलतियों के कारण भी पितृदोष का सामना करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार पितरों की फोटो गलत दिशा में या गलत जगह पर रखने से भी पितृदोष लगता है।
By Shivani SinghEdited By: Updated: Fri, 09 Sep 2022 01:22 PM (IST)
नई दिल्ली, Vastu Tips For Pitru Paksha 2022: शनिवार को पितृपक्ष शुरू हो रहे हैं। इसके साथ ही पितरों को याद करके श्राद्ध कर्म औप तर्पण विधि भी शुरू हो जाएगी। शास्त्रों के अनुस, पितृपक्ष में पितरों का श्राद्ध करने से वह प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। कहा जाता है कि जब किसी पर पितृ प्रसन्न होते हैं, तो सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। वहीं, पितर नाराज होते, पितृदोष के साथ कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए पितृपक्ष के दौरान कुछ उपायों को जरूर करना चाहिए। इसके अलावा वास्तु शास्त्र में कुछ चीजों के बारे में बताया गया है जिनका पालन करना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि वास्तु के किन नियमों का पालन करने से पितर प्रसन्न होंगे।
इस जगह पर न रखें पितरों की तस्वीर वास्तु शास्त्र के अनुसार, पितरों की तस्वीर सही दिशा में होना बेहद जरूरी है। इसलिए पितरों की तस्वीर बेडरूम, किचन, पूजा घर में नहीं लगानी चाहिए। इससे पितृ तो नाराज होते ही हैं। इसके साथ ही देव दोष भी लगता है। ऐसे में सुख-समृद्धि की कमी आती है और घर में वाद विवाद अधिक होते है। इसके साथ ही पितरों की तस्वीर ऐसी जगह न लगाएं, जहां से आते जाते आपकी नजर उसपर पड़ें।
इन जगहों पर लगाएं पितरों की तस्वीर पितरों की तस्वीर हमेशा दक्षिण दिशा की ओर लगानी चाहिए। क्योंकि यह दिशा यमराज के साथ-साथ पितरों की है।
पितृ पक्ष संबंधी ये वास्तु नियम रखें ध्यानचढ़ाएं जल वास्तु शास्त्र के अनुसार, पितरों को प्रसन्न करने के लिए घर के मुख्य द्वार को हमेशा साफ रखें रोजाना सुबह मुख्य द्वार में जल डालें।
जलाएं दीपक वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा कही जाती है। इसलिए रोजाना शाम को दीपक जलाएं। इससे पितृ दोष से भी मुक्ति मिलेगी।Pic Credit- Instagramडिसक्लेमरइस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।