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Vastu Tips For Tulsi: रसोई घर में तुलसी लगाना शुभ या अशुभ, जानिए इससे जुड़े वास्तु नियम

कई पेड़ पौधों को घर की सुंदरता बढ़ाने के लिए लगाया जाता है। लेकिन वहीं वास्तु शास्त्र में घर में पेड़-पौधे लगाने के लिए भी कुछ नियम बताए गए हैं जिनका ध्यान रखने पर घर में सुख-शांति का माहौल बना रहता है। वहीं कुछ लोग रसोई में भी पौधे रखना पसंद करते हैं। चलिए जानते हैं इससे संबंधित वास्तु नियम।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Sat, 15 Jun 2024 05:05 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jun 2024 05:05 PM (IST)
Vastu Tips For Tulsi रसोई घर में तुलसी का पौधा लगाना शुभ या अशुभ

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को विशेष महत्व दिया जाता है। इसे पवित्र के साथ-साथ पूजनीय भी माना जाता है। ऐसे में लगभग हर हिंदू घर में तुलसी का पौधा पाया जाता है और सुबह-शाम इसकी पूजा भी की जाती है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि वास्तु के अनुसार, घर में तुलसी रखना शुभ होता है या अशुभ।

बनी रहती है मां लक्ष्मी की कृपा

हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रसोई में माता अन्नपूर्णा का वास होता है। वहीं, तुलसी में मां लक्ष्मी का वास माना गया है। ऐसे में यदि आप अपनी रसोई में तुलसी का पौधा लगाते हैं, तो इससे आपको लाभ मिल सकता है। ऐसा करने से साधक के ऊपर मां अन्नपूर्णा के साथ-साथ माता लक्ष्मी की भी कृपा भी बरसती है।

इस दिशा का रखें ध्यान

यदि आप रसोई में उत्तर दिशा की तरफ तुलसी को रखते हैं, तो इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही रोजाना तुलसी की पूजा भी करें। बस रविवार और एकादशी के दिन तुलसी में जल अर्पित करने से बचना चाहिए। इसके साथ ही इन दिनों पर तुलसी के पत्ते भी नहीं तोड़ने चाहिए।

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इन बातों का भी रखें ध्यान

यदि आप अपनी रसोई में तुलसी का पौधा रख रहे हैं, तो ऐसे में साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखें, अन्यथा आपको इसके शुभ परिणाम प्राप्त नहीं होते। तुलसी के पौधे के कभी गंदगी न रखें। इसके अलावा जूठे बर्तन भी तुलसी के पास नहीं रखने चाहिए। इन गलतियों से घर में वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


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