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Vastu Tips for Plant: घर में भूल से भी न लगाएं ये पौधे, बढ़ने लगती है नेगेटिव एनर्जी

लोग अपने घर की सजावट के लिए तरह तरह के पेड़ पौधे लगाना पसंद करते हैं। पेड़-पौधे घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बनाए रखते हैं। लेकिन वास्तु के अनुसार कुछ ऐसे पौधे भी बताए गए हैं जो आपको विपरित परिणाम दे सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि किन पेड़-पौधों को घर में लगाने से बचना चाहिए।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Wed, 24 Jul 2024 06:10 PM (IST)
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Vastu Tips for Plant: घर में भूल से भी न लगाएं ये पौधे।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैसे तो घर में पेड़-पौधे लगाना बहुत ही अच्छा माना जाता है। आजकर इनडोर प्लांट लगाने का भी चलन बढ़ा है। लेकिन वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे पौधे भी बताए गए हैं, जिन्हें में लगाना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना गया। इन पौधों को घर में लगाने से व्यक्ति की जीवन की समस्याएं बढ़ सकती हैं। क्योंकि ये पौधे नकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं, जिससे परिवार के सदस्यों की स्थिति पर प्रभाव पड़ता है।

बढ़ सकती हैं परेशानी

आजकल घरों में कैक्टस लगाने का चलन बड़ा है। लेकिन वास्तु शास्त्र की मानें तो कांटेदार पौधों को कभी भी घर के अंदर नहीं लगना चाहिए। इसलिए गुलाब के पौधे को भी घर में लगाने से बचना चाहिए। इसी तरह बोनसाई के पौधे को भी घर के अंदर नहीं लगना चाहिए। वरना इससे घर के सदस्यों की तरक्की में रुकावट पैदा हो सकती है।

अशुभ हैं ये पौधे

वास्तु शास्त्र के अनुसार मेहंदी के पौधे को भी घर में नहीं लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस पौधे में नकारात्मक शक्तियों का वास होता है। इसी प्रकार इमली का पेड़ भी घर में लगाना अशुभ माना जाता है।

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इस बात करके ध्यान

घर में पौधों लगाते समय इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि पौधे सूखने नहीं चाहिए। अगर कोई पौधा सूख गया है, तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए, वरना इससे घर में नकारात्कता फैलने लगती है। साथ ही ऐसे पौधे भी घर में न लगाएं, जिनसे दूध निकलता हो। ऐसे पौधों को अशुभ माना जाता है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।