Vastu Tips: रिश्तों में प्रेम और विश्वास बढ़ाने के लिए अपनाएं ये 6 वास्तु उपाय
Vastu Upay पति-पत्नी के बीच मधुर संबंध से परिवार में खुशहाली बनी रहती है। नवविवाहित युगल को अपने कमरे को वास्तु के अनुसार रखना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक माहौल बना रहता है। सकारात्मक ऊर्जा से दांपत्य जीवन सुखमय रहता है।
By Ritesh SirajEdited By: Updated: Wed, 14 Jul 2021 10:50 AM (IST)
Vastu Tips: हिंदू धर्म में जन्म से लेकर मृत्यु तक 16 संस्कार का पालन करना पड़ता है। विवाह उनमें से ही एक पवित्र संस्कार है। व्यक्ति अपने वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए नए-नए उपाय करता रहता है। पति-पत्नी के बीच मधुर संबंध से परिवार में खुशहाली बनी रहती है। नवविवाहित युगल को अपने कमरे को वास्तु के अनुसार रखना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक माहौल बना रहता है। सकारात्मकता से दांपत्य जीवन सुखमय रहता है। आइये जानते हैं कि वास्तु के अनुसार हमें नवविवाहित जोड़े को अपना घर किस तरह रखना चाहिए, जिससे उनके संबंध और भी मधुर हो जाएं।
1. नवविवाहित जोड़े को बेडरुम के बेड को लड़की का रखना चाहिए। लोहे के बेड से दांपत्य जीवन में कष्ट का आगमन होता है क्योंकि लोहे में शनि का वास होता है।2. दांपत्य जीवन में मिठास लाने के लिए किचन में मिट्टी के पात्र में शहद रखें और उसका इस्तेमाल करें। इससे पति और पत्नी के रिश्तें में प्रगाढ़ता देखने को मिलती है।
3. सूर्यास्त के बाद बेडरुम में थोड़ी देर के लिए लाइट जरुर जलाना चाहिए। इससे पति को काम में सफलता और परेशानियों से मुक्ति मिलती है।4. नवविवाहित जोड़े को अपने बेड का चुनाव करते वक्त वास्तु का ध्यान रखना चाहिए। बिस्तर को एक पूर्ण वर्ग या आयत के आकार का होना चाहिए। इससे वैवाहिक जीवन में सकारात्मक असर पड़ता है।
5. बेडरुम में कभी भी भगवान के तस्वीरें या फिर धार्मिक आस्था से जुड़ी वस्तुएं नहीं रखनी चाहिए। इससे पति और पत्नी के बीच कलह उत्पन्न होते हैं।
6. बेडरुम में प्राकृतिक सौंदर्य वाली तस्वीरें लगानी चाहिए। इससे घर में शांति और सकारात्मकता का माहौल तैयार होता है और पति व पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है।डिसक्लेमर'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'