Vastu Tips for office: अपने ऑफिस का वास्तु करें ठीक, खुलने लगेंगे तरक्की के रास्ते
Office Vastu Tips माना जाता है कि वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान रखने पर व्यक्ति को अपने जीवन में बहुत-से सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व माना गया है। ऐसे में यदि वास्तु के अनुसार अपने घर में कुछ बदलाव करते हैं तो इससे आपको अपने कार्यक्षेत्र में तरक्की मिल सकती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vastu Tips For Office: हर व्यक्ति चाहता है कि उसे जीवन में तरक्की मिले, लेकिन हर व्यक्ति को जीवन में सफलता नहीं मिलती है। अगर आप भी कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो इसके लिए आपको अपने ऑफिस में कुछ जरूरी बदलाव करने की जरूरत है। आज हम आपको कुछ ऐसे वास्तु उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाने से आप अपने कार्यक्षेत्र में तरक्की प्राप्त कर सकते हैं।
इन दिशाओं का रखें ध्यान
वास्तु शास्त्र के अनुसार ऑफिस उत्तर, पूर्व या फिर उत्तर-पूर्व दिशा में होना सबसे उत्तम माना जाता है। ऑफिस में मालिक के बैठने का कमरा इन्हीं दिशाओं में होना चाहिए। वहीं, ऑफिस का गेट उत्तर, उत्तर-पूर्व और उत्तर पश्चिम दिशा में ही होना चाहिए, इससे ऑफिस में सकारात्मकता आती है। वहीं, धन संबंधी कार्य करने के लिए उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ या उत्तर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए। वहीं, वास्तु
रखें ये चीजें
ऑफिस में पूर्व या उत्तर दिशा में मनी प्लांट, बैम्बू आदि जैसे पौधे रख सकते हैं। इससे सुंदरता तो बढ़ती ही है, साथ ही समृद्धि भी आती है। इसके अलावा आप ऑफिस में हरे-भरे जंगल, लहराती फसलों जैसे सकारात्मक चित्र लगा सकते हैं। इससे व्यक्ति के धन लाभ के योग बनते हैं।यह भी पढ़ें - Lal Kitab ke Upay: पैसों की तंगी नहीं छोड़ रही पीछा, तो करें लाल किताब में लिखे ये उपाय
न करें ये गलती
वास्तु के अनुसार अगर ऑफिस टेबल पर सामान हमेशा बिखरा पड़ा रहता है, तो इसे शुभ नहीं माना जाता। ऐसा करने से व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने में समस्या हो सकती है। साथ ही इससे वास्तु दोष भी उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में हमेशा अपनी मेज पर फाइल या कागजों को व्यवस्थित ढंग से रखें और सामान को इधर-उधर न बिखेरें।WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें
डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'