Vastu Tips: घर की इस दिशा में राज करते हैं राहु-केतु, भूलकर भी न रखें ये चीजें
वास्तु शास्त्र में हर दिशा का अपना महत्व बताया गया है। ऐसे में वास्तु शास्त्र में हर दिशा से जुड़े कुछ नियमों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको इसका विपरीत परिणाम प्राप्त न हो। तो चलिए जानते हैं कि राहु और केतु के अशुभ परिणामों से बचने के लिए घर में कौन-से वास्तु टिप्स (Vastu Tips in Hind) अपनाने चाहिए।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vastu Tips for Home: ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु को छाया ग्रह यानी अशुभ ग्रहों के रूप में देखा जाता है। यदि कुंडली में इनकी स्थिति खराब हो, तो ऐसे में व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में एक ऐसी दिशा बताई गई है जहां राहु केतु का वास होता है। ऐसे में इस दिशा में कुछ चीजों को रखने से बचना चाहिए। चलिए जानते हैं इसके विषय में।
ये है राहु-केतु की दिशा
वास्तु शास्त्र बताया गया है कि घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा जिसे 'नैऋत्य दिशा' भी कहते हैं, उसमें राहु और केतु का राज होता है। ऐसे में इस दिशा में कुछ भी सामान रखते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए।
न रखें ये चीज
घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में धन या तिजोरी आदि नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से आपको धन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही इस दिशा में कीमती चीजें जैसे सोना-चांदी या आभूषण आदि भी नहीं रखना चाहिए। वरना व्यक्ति को नुकसान झेलना पड़ सकता है।
इस बात का रखें ध्यान
मंदिर घर का सबसे पवित्र स्थान होता है। ऐसे में राहु-केतु की दिशा अर्थात दक्षिण-पश्चिम दिशा में पूजा घर भी नहीं बनवाना चाहिए। क्योंकि इस दिशा में पूजा करने से व्यक्ति को पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है।
भूलकर भी न रखें ये पौधा
हिंदू धर्म में तुलसी को केवल एक पौधा नहीं बल्कि माता के रूप में पूजा जाता है। ऐसे में तुलसी के पौधे को भी राहु और केतु की दिशा यानी नैऋत्य दिशा में रखने से बचना चाहिए। ऐसा करने पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह घट सकता है।
हो सकता है नुकसान
घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में बच्चों के पढ़ाई से संबंधित सामान जैसे किताब आदि नहीं रखना चाहिए और न ही इस स्थान पर स्टडी रूम बनवाना चाहिए। ऐसा करने से बच्चों को पढ़ाई में ध्यान लगाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
बढ़ सकती हैं समस्याएं
राहु और केतु की दिशा में टॉयलेट बनवाना भी अच्छा नहीं माना जाता। इस बात का ध्यान न रखने पर व्यक्ति को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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