Vastu Tips: घर और ऑफिस के लिए बेहद कारगर हैं ये वास्तु टिप्स, इन्हें करने से मिलेंगे चमत्कारी लाभ
वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) में दिए गए उपायों को करके सुख और समृद्धि को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही उनका पालन करके यह तय किया जा सकता है कि आपका घर और ऑफिस पांच तत्वों और ब्रह्मांडीय ऊर्जा के अनुरूप है या नहीं? ऐसे में आज हम नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए कुछ वास्तु टिप्स आपके साथ साझा करेंगे। तो आइए जानते हैं -
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Thu, 22 Feb 2024 10:31 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vastu Tips: वास्तु शास्त्र को हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण माना गया है। इसमें जीवन के हर पहलू से जुड़ी जानकारी दी गई है, जिसे आजमाकर स्वास्थ्य और समृद्धि को बढ़ावा दिया जा सकता है। साथ ही उनका पालन करके यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि आपका घर और ऑफिस पांच तत्वों और ब्रह्मांडीय ऊर्जा के अनुरूप है, या नहीं? ऐसे में आज हम सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य को बढ़ाने के लिए कुछ वास्तु टिप्स आपके साथ साझा करेंगे।
घर और ऑफिस से जुड़ी वास्तु टिप्स
- ऑफिस का मुख्य द्वार उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
- वास्तु के अनुसार, सीढ़ियों की सही दिशा दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम मानी गई है।
- ऑफिस में कार्य करते समय आपका मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
- दुकान आदि के क्षेत्र में सकारात्मक माहौल देने के लिए रिसेप्शन की सही जगह पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होनी चाहिए।
- ऑफिस के मुखिया का केबिन दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए और काम करते समय उसका मुख उत्तर की ओर होना चाहिए।
- ऑफिस में धातु की मेज पर काम करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में लगे हुए मकड़ी के जाले, धूल-गंदगी आदि को समय-समय पर साफ करना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
- पार्किंग के लिए सही स्थान उत्तर-पश्चिन का होता है।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आपने अपने घर में पूजा कक्ष का निर्माण किया है, तो आपको नियमित रूप से वहां दिया जलाना चाहिए।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, शयन कक्ष में ड्रेसिंग टेबल हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए। साथ ही सोते समय उसे अच्छी तरह से ढक कर रखना चाहिए।
डिसक्लेमर- ''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी''।