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Aarogya Setu ऐप हुआ लोकप्रिय, जानें कैसे करें इस्तेमाल

भारत सरकार द्वारा 2 अप्रैल को लॉन्च किया गया Aarogya Setu ऐप महज कुछ दिनों में ही लोकप्रिय हो गया है। इस ऐप को Android और iOS दोनों यूजर्स के लिए रोल आउट किया गया है।

By Harshit HarshEdited By: Updated: Tue, 07 Apr 2020 07:50 AM (IST)
Aarogya Setu ऐप हुआ लोकप्रिय, जानें कैसे करें इस्तेमाल
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत सरकार ने 2 अप्रैल को कोरोनावायरस (COVID-19) ट्रैकर ऐप Aarogya Setu ऐप को लॉन्च किया है। ऐप के लॉन्च होने के महज कुछ दिनों के अंदर ही इस ऐप को 1 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। इस ऐप की खास बात यह है कि इसकी मदद से आप ब्लूटूथ और लोकेशन ट्रैकर का इस्तेमाल करके यह ट्रेक करने में सक्षम है कि आपका किसी के साथ इंटरेक्शन हुआ है या नहीं। इसमें इस्तेमाल होने वाले ट्रेकिंग फीचर के जरिए ये यूजर्स को समय-समय पर अलर्ट करता रहता है। इस ऐप को सरकार ने Android और iOS दोनों यूजर्स के लिए लॉन्च किया गया है। 

ऐप के फीचर्स

Aarogya Setu ऐप दोनों ही प्लेटफॉर्म पर फ्री में उपलब्ध है। ये ऐप आपको कोरोनावायरस से बचने के उपाय भी बताता है, जिसमें सोशल डिस्टेंशिंग के अलावा बार-बार हाथ धोने और मास्क के इस्तेमाल करने के बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराता है। ये ऐप हिन्दी और अंग्रेजी के साथ-साथ गुजराती एवं मराठी जैसे क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध है। इस ऐप के प्राइवेसी सेटिंग्स में अगर आप अपने ब्लूटूथ और लोकेशन डाटा को इनेबल करते हैं तो इसका डाटा केवल भारत सरकार द्वारा ही शेयर किया जाएगा। साथ ही, ये ऐप आपके नाम और मोबाइल नंबर को किसी के साथ डिस्क्लोज नहीं करता है। आइए, जानते हैं इस ऐप का इस्तेमाल कैसे करें..

इस तरह करें इस्तेमाल

सबसे पहले Google Play Store या iOS App Store से Aarogya Setu ऐप का डाउनलोड और इंस्टाल करें।

इंस्टाल करते समय आपको इसमें हिन्दी और अंग्रेजी के साथ-साथ 11 अलग-अलग भाषाओं का विकल्प मिलेगा। आप जिस भाषा में चाहते हैं उसमें इस ऐप को इंस्टाल कर सकते हैं।

इसके बाद के ऐप इन्फॉर्मेंशन पेज में जाकर रजिस्टर नाउ पर टैप करें।

ये आपसे GPS और ब्लूटूथ के लिए परमिशन मांगेगा। आप परमिशन ग्रांट करके आगे बढ़ें।

अगले पेज पर आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करने का ऑप्शन मिलेगा। मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद आपके पास OTP आएगा। जिसे दर्ज करके आप आगे बढ़ सकते हैं।

आगे बढ़ते ही ये आपको हरे या पीले रंग के जरिए आपका रिस्क लेवल दर्ज करेगा। अगर, आप सेफ हैं तो ये हरे रंग में दर्ज होगा। अगर, पीला रंग शो होता है तो आप रिस्क में हैं और आपको हेल्पलाइन पर संपर्क करना होगा।