Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Google Pay, Paytm जैसे थर्ड-पार्टी UPI ऐप्स के लिए NPCI ने जारी किया सर्कुलर, 31 दिसंबर ये यूजर नहीं कर सकेंगे लेनदेन

National Payments Corporation एनपीसीआई ने कहा कि सर्कुलर के अनुसार यदि ग्राहक अपने पुराने नंबर को बैंकिंग प्रणाली से डीलिंक किए बिना अपना मोबाइल नंबर बदलते हैं तो ग्राहकों को पैसे के अनजाने ट्रांसफर को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है। ऐसी संभावना मौजूद है जहां पुराने मोबाइल नंबर को नए जारीकर्ता को जारी किया जा सकता है।

By Anand PandeyEdited By: Anand PandeyUpdated: Fri, 17 Nov 2023 09:40 PM (IST)
Hero Image
एनपीसीआई ने थर्ड-पार्टी ऐप्स और बैंकों से उन यूपीआई आईडी और नंबरों को डिएक्टिवेट करने के लिए कहा है।

नई दिल्ली टेक्नोलॉजी डेस्क। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने Google Pay, Paytm, PhonePe जैसे थर्ड-पार्टी UPI ऐप्स के लिए एक महत्वपूर्ण मैसेज दिया है।

हाल ही में जारी एक सर्कुलर में एनपीसीआई ने थर्ड-पार्टी ऐप्स और बैंकों से उन यूपीआई आईडी और नंबरों को डिएक्टिवेट करने के लिए कहा है जो एक साल से अधिक समय से बंद पड़े हैं। बता दें, एनपीसीआई एक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारत में रिटेल पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम संचालित करता है।

NPCI ने जारी किया सर्कुलर

एनपीसीआई ने कहा कि सर्कुलर के अनुसार, यदि ग्राहक अपने पुराने नंबर को बैंकिंग प्रणाली से डीलिंक किए बिना अपना मोबाइल नंबर बदलते हैं तो ग्राहकों को पैसे के अनजाने ट्रांसफर को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है। ऐसी संभावना मौजूद है जहां पुराने मोबाइल नंबर को नए जारीकर्ता को जारी किया जा सकता है।

ये भी पढ़ें: ये हैं 2023 के 10 सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले कॉमन पासवर्ड, Password बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान

हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मोबाइल फोन सर्विस प्रोवाइडर को वैधानिक 90-दिन की अवधि समाप्त होने के बाद नए ग्राहकों को निष्क्रिय/डिस्कनेक्ट किए गए नंबरों को पुनः आवंटित करने से नहीं रोका जा सकता है।

थर्ड पार्टी ऐप प्रोवाइडर को करना होगा ये काम

सर्कुलर में नए दिशानिर्देशों के अनुसार, थर्ड पार्टी ऐप प्रोवाइडर (TPP) और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स (PSP) को निम्नलिखित कार्य करना होगा और इसे 31 दिसंबर, 2023 तक लागू करना होगा। सभी टीपीएपी और पीएसपी बैंकों से कहा गया है कि उन ग्राहकों की यूपीआई आईडी और संबंधित यूपीआई नंबर और फोन नंबर की पहचान करें, जिन्होंने यूपीआई ऐप्स से 1 वर्ष तक कोई वित्तीय (डेबिट या क्रेडिट) या गैर-वित्तीय लेनदेन नहीं किया है।

ये भी पढ़ें: WhatsApp Channel ने पार किया 50 करोड़ मंथली एक्टिव यूजर्स का आंकड़ा, यहां जाने सारी डिटेल्स

  • ऐसे ग्राहकों की यूपीआई आईडी और यूपीआई नंबर आवक क्रेडिट लेनदेन के लिए अक्षम कर दिए जाएंगे। इसका मतलब है कि वे इन नंबरों पर पैसे रिसीव नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा, पीएसपी उसी फोन नंबर को यूपीआई से भी अपंजीकृत कर देंगे।
  • जिन ग्राहकों की यूपीआई आईडी और फोन नंबर पर इनकमिंग क्रेडिट ब्लॉक है, उन्हें यूपीआई मैपर लिंकेज के लिए अपने यूपीआई ऐप में फिर से रजिस्ट्रेशन करना होगा। आवश्यकतानुसार यूपीआई पिन का इस्तेमाल करके पेमेंट और गैर-वित्तीय लेनदेन कर सकते हैं।
  • यूपीआई ऐप्स 'पे-टू-कॉन्टैक्ट' और 'पे टू मोबाइल नंबर' शुरू करने से पहले रिक्वेस्टर वेरिफिकेशन (ReqValAd) करेंगे। यूपीआई ऐप्स ग्राहक का नाम दिखाएगा जो लेनदेन शुरू करने से पहले लिया गया है और वह नाम डिस्प्ले नहीं करेगा जो ऐप के अंत में स्टोर किया गया है।