Apple और Snapchat जैसी बड़ी टेक कंपनियां कर रहीं AI का इस्तेमाल, प्रोडक्टविटी में बढ़ रही है भूमिका
Opera और Samsung जैसी कंपनियां बहुत जल्द AI की दौड़ में शामिल होने वाली हैं। एआई की मदद से कंपनियां बड़े कामों को आसानी से कम समय में कर पाएंगी। इससे कंपनियों को ज्यादा मुनाफा होगा और उनकी प्रोडक्टविटी बढ़ेगी। (फोटो जागरण)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। CHATGPT, को कौन नहीं जानता है। एआई चैटबॉट यूजर्स के साथ इंसानो की तरह बात-चीत कर सकता है। ये उनके छोटी से दिक्क्तों से लेकर कठिन समस्याओं को सॉल्व करने के लिए डिजाइन किया है। ये कोड लिखने से लेकर उसे डिबग कर सकता है।
यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो सर्च को आसान बनाता है। कुछ बड़ी सर्विस बेस्ड कंपनिया एआई को अपने साथ इंटीग्रेट करना चाहती हैं। आइये जानते हैं इससे कंपनियों को क्या फायदा होगा।
AI को अपनाएंगी सर्विस बेस्ड कंपनिया
दूनिया की कुछ सबसे बड़ी कंपनियां जैसे कि Microsoft, Google और चीन की Baidu पहले से ही अपने सर्च इंजन और दूसरे कामों में जनरेटिव AI टूल का इस्तेमाल कर रही हैं। न केवल टेक्नोलॉजी कंपनियां बल्कि प्रोडक्ट और सर्विस -आधारित फर्म भी बेहतर सर्विस और प्रोडक्ट की प्रोडक्टविटी बढ़ाने के लिए जनरेटिव एआई टूल्स को इंटीग्रेट करने की प्लानिंग बना रही हैं।
ये कपनियां AI को टूल्स को कर रही इंटीग्रेट
Apple
कैलिफोर्निया स्थित Apple, जो दुनिया की सबसे बड़ी टेक् कंपनी है, ने कथित तौर पर चल रही AI दौड़ में प्रवेश कर लिया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, Apple एक AI-पॉवर्ड हेल्थ कोच और एक मूड ट्रैकर पेश करने की प्लान बना रहा है, जो यूजर्स को हेल्थ से जुडी सटीक कोचिंग कराएगा।
हालांकि यह सब्सक्रिप्शन के आधार पर होगा मतलब फ्री में यूजर्स इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। एक रिपोर्ट बताती है कि नए प्लेटफॉर्म को क्वार्ट्ज कहा जा सकता है और यह यूजर्स को स्वस्थ रहने और हर दिन वर्कआउट करने के लिए प्रेरित करेगा। सिरी और एआई टीमों के कर्मचारी पहले से ही इस प्लान पर काम कर रहे हैं, जिसके अगले साल शुरू होने की उम्मीद है।
Snapchat
एक लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जिसका इस्तेमाल इमेज, वीडियो और मैसेज शेयर करने के लिए किया जाता है। कंपनी ने अपने यूजर्स के लिए एआई चैटबॉट भी पेश किया है। हालांकि, स्नैपचैट के 'माई एआई चैटबॉट' को अच्छे रिव्यू नहीं मिल रहे हैं, लेकिन कंपनी ने प्लेटफॉर्म को सवालों के जवाब देने और एआई-जेनरेट की गई फोटो बनाने सहित बड़ी मात्रा में काम करने में सक्षम बनाया है।
TikTok
एक अन्य लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, जो फ़िलहाल भारत में बैन है। कंपनी ने हाल ही में एक एआई बेस्ड सर्विस शुरू करने की अफवाह है जो यूजर्स को एआई जनरेटेड प्रोफ़ाइल पिक्चर बनाने की अनुमति देगा। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि टिकटॉक कई नए के साथ फीचर के साथ इसे पेश कर सकता है।
ये बड़े ब्रांड AI की ओर क्यों बढ़ रहे हैं?
OpenAI का ChatGPT ने जनरेटिव AI टूल्स के लिए दुनिया में एक क्रांति शुरू कर दी है । एआई ने पहले से ही बिजनेस, प्रोडक्टविटी, मुश्किल कामों को हल करने में ज्यादा बढ़ावा दिया है, यही कारण है कि टेक्नोलॉजी कंपनियां जेनरेटिव AI टूल्स को एकीकृत करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
ये कंपनिया भी AI की रेस में शामिल
न केवल सोशल मीडिया और सेवा-आधारित कंपनियां एआई को अपने साथ जोड़ने पर काम कर रही हैं। ओपेरा और सैमसंग जैसी कंपनियां भी एआई दौड़ में एंट्री करने की योजना बना रही हैं। एआई की मदद से कंपनियां कामों को आसानी से काम समय में कर पाएंगी।
इसके अलावा बिजनेस को ज्यादा मुनाफा बनाने में मदद कर सकती हैं। नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च द्वारा हाल ही में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, यह पता चला कि एआई कर्मचारियों के 14 प्रतिशत प्रॉब्लम्स को आसानी से ठीक कर सकता है।