स्मार्टफोन में AI कैमरा फीचर्स देने की शुरू होने लगी है। कंपनियां अपने लेटेस्ट सॉफ्टवेयर में AI फीचर्स दे रही हैं। पोर्टेट मोड ऑटोमैटिक सीन रीकॉग्नाइजेशन रियल टाइम इमेज एडिट लो-लाइट सपोर्ट जैसे AI ड्रिवन फीचर्स ने फोटोग्राफी को और भी यूजर फ्रेंडली बना दिया है। AI इमेज क्वालिटी को इम्प्रूव करने के लिए एल्गोरिद्म और डेटा का इस्तेमाल करता है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। कैमरे को लेकर पॉपुलर कहावत है कि The camera never lies (कैमरा कभी झूठ नहीं बोलता)। लेकिन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के अब ऐसा नहीं रहा। आज AI रियल टाइम में फोटो एडिट करने की क्षमता रखता है, जो पहले संभव नहीं था।
इमेज इंप्रोमाइजेशन में भी AI काफी मददगार है। इसने कैमरा फोटोग्राफी को पूरी तरह से बदल दिया है, जिससे शौकिया फोटोग्राफर भी प्रोफेशनल बन गए हैं। ऐसे में यह कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि AI मोबाइल फोटोग्राफी को नए सीरे से परिभाषित कर रहा है।
मोबाइल फोटोग्राफी बदल रहा AI
AI कैमरा फेस, ऑब्जेक्ट, सीन और फ्रेम के दूसरे ऑब्जेक्ट को पहचान सकता है, जिसकी मदद से वह कैमरा सेटिंग को एडजेस्ट करता है। उदाहरण के लिए, अगर आप अपने किसी दोस्त की फोटो क्लिक कर रहे हैं तो AI कैमरा ऑब्जेक्ट के फेस को पहचान कर ऑटोमेटिकली फिल्टर अप्लाई करने के साथ-साथ पोज भी सजेस्ट करता है, जिससे इमेज पहले से अटरेक्टिव और प्रोफेशनल नजर आती है।
इसके साथ ही स्मार्टफोन में दिए जाने वाले AI कैमरा लैंडस्केप को भी पहचान लेते हैं। AI फोटो के कलर्स और डिटेल को पहले से ज्यादा वाइब्रेंट और ड्रेमेटिक करता है। यह सब संभव है कि AI इमेज क्वालिटी को इम्प्रूव करने के लिए एल्गोरिद्म और डेटा का इस्तेमाल करता है।
AI एल्गोरिद्म को इस तरह तैयार किया जाता है कि ये खुद को भी प्रशिक्षित करता रहता है। यानी फोटो एडिट करते करते AI यूजर की पसंद के मुताबिक इमेज में चेंज करता है। इससे यह सिस्टम अपने को लगातार विकसित करते रहता है।
आसान हो रही फोटोग्राफी
मैन्युअल फोटोग्राफी की जटिल प्रोसेस को डिजिटल और मोबाइल ने आसान कर दिया था। पोर्टेट मोड, ऑटोमैटिक सीन रीकॉग्नाइजेशन, रियल टाइम इमेज एडिट, लो-लाइट सपोर्ट जैसे AI ड्रिवन फीचर्स ने फोटोग्राफी को और भी यूजर फ्रेंडली बना दिया है। दूसरे AI-पावर्ड फंक्शन जैसे HDR और Night Mode यूजर्स बिना परेशानी के लो-लाइट कंडीशन में शानदार हाई कॉन्ट्रास्ट फोटो क्लिक कर सकते हैं।
इतना ही नहीं स्मार्टफोन तस्वीरों को AI की मदद से स्मार्ट तरीके से एडिट करता है। एल्गोरिद्म की मदद से फोटोज में नॉइस लेवल को सैटल किया जाता है। इसके साथ ही इमेज की क्लियरिटी बढ़ाने के लिए शार्प भी किया जाता है। AI टेक्नोलॉजी की मदद से पुरानी फोटोज को रिस्टोर भी किया जा रहा है।
स्मार्टफोन फोटोग्राफी में कैसे काम करती है AI टेक्नोलॉजी
मोबाइल फोटोग्राफी में पूरी तरह से डिजिटल प्रोसेस है। जैसे ही आप फोटो क्लिक करने के लिए बटन दबाते हैं तो कैमरा सेंसर और सॉफ्टवेयर में इमेज प्रोसेस होनी शुरू हो जाती है। सीन और ऑब्जेक्ट की पहचान कर यह इमेज क्रिएट करने में जुट जाता है।
स्मार्टफोन कैमरे का आउटपुट पहले जहां बेहद साधारण था। अब उन्नत सॉफ्टवेयर और एआई के चलते ये काफी दिलचस्प फोटो तैयार करता है। एआई एल्गोरिद्म के इस्तेमाल से तस्वीरों अब कई गुना वाइब्रेंट हो जाती हैं।यह सब कुछ जादू से कम नहीं है। जब हम बात करते हैं एआई एल्गोरिद्म की तो यह कोडिंग और डेटा का कलेक्शन है, जिसमें कई सारे सीन और अब्जेक्ट के मुताबिक कैमरा सेटिंग, फिल्टर मौजूद होते हैं। ये इमेज क्लिक होने के साथ ही स्थिति की पहचान कर इमेज को जरूरत के मुताबिक रिफाइन कर आउटपुट को मैजिकल कर देता है।
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मोबाइल फोटोग्राफी को मिली नई राह
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि AI ने मोबाइल कैमरा फोटोग्राफी को नई राह दी है। मैन्युअल फोटोग्राफी में जहां पहले एक्सपोजर, कलर टोन, शटरस्पीड और दूसरी टेक्नीकल सेटिंग में फोटोग्राफर्स को लंबा समय लगता था। अब एआई के साथ यह सब एक क्लिक की बात रह गई है। एक ही फोटो अलग-अलग टेक्चर के साथ आपको मिल जाती है। आप अपनी पसंद के मुताबिक उन्हें सलेक्ट कर सकते हैं।
AI फोटोग्राफी ने उन लोगों की सबसे ज्यादा मदद की है, जो शौकियातौर पर तस्वीरें क्लिक करते हैं। टेक्नोलॉजी के चलते ऐसे लोग भी कम संसाधन में बेहतर तस्वीरें स्मार्टफोन से क्लिक कर पाते हैं।
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