Password Cracking: चुटकियों में हैक हो जाएगा आपका पासवर्ड, हैकर्स की मदद करता है AI; ऐसे बरतें सावधानी
पासवर्ड क्रैकिंग वह प्रॉसेस है जिसमें हैकर्स किसी इंडिविजुअल के पासवर्ड को लेकर अंदाजा लगाते हैं और लॉक्ड अकाउंट को लॉग-इन करते हैं। यह काम यूजर की मंजूरी के बिना किया जाता है। साइबर क्रिमिनल इस काम के लिए अलग-अलग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। किसी यूजर के अकाउंट का पासवर्ड जानने के लिए उसकी पर्सनल जानकारियां भी हैकर का काम आसान करती हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। एडवांस टेक्नोलॉजी के इस दौर में एआई बहुत से कामों में इंसानों की मदद कर रहा है। हालांकि, सवाल यह आता है कि क्या एआई साइबर क्रिमिनल की मदद पासवर्ड क्रैक करने में कर सकता है?
पासवर्ड क्रैकिंग क्या है?
सबसे पहले यही समझते हैं कि पासवर्ड क्रैकिंग क्या है। पासवर्ड क्रैकिंग वह प्रॉसेस है जिसमें हैकर्स किसी इंडिविजुअल के पासवर्ड को लेकर अंदाजा लगाते हैं और लॉक्ड अकाउंट को लॉग-इन करते हैं।
यह काम यूजर की मंजूरी के बिना किया जाता है। साइबर क्रिमिनल इस काम के लिए अलग-अलग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं।किसी यूजर के अकाउंट का पासवर्ड जानने के लिए उसकी पर्सनल जानकारियां भी हैकर का काम आसान करती हैं, जिससे वे किसी खास नंबर का अंदाजा लगा सकते हैं।
जब एक साइबर क्रिमिनल किसी यूजर का पासवर्ड हैक कर लेता है तो उसे यूजर के अकाउंट का अनऑथराइज्ड एक्सेस मिल जाता है। इस अकाउंट से सेंसिटिव जानकारियां भी लीक हो सकती हैं।