इमरजेंसी में बहुत काम आते हैं Apple के 4 आपातकालीन फीचर्स, iPhone ही नहीं Watch में भी है सुविधा
Apple अपने कस्टमर्स के लिए कुछ खास और यूनिक फीचर्स लाता रहता है जो आपकी जरूरत के हिसाब से आपके काम आ सकते हैं। आज हम आपको कंपनी के इमरजेंसी फीचर्स के बारे में बताएंगे। ये फीचर्स आपातकाल की स्थिति में आपको सुरक्षित रहने और आपकी सूचना अन्य लोगों तक पहुंचाने के काम आ सकते हैं। इसमें इमरजेंसी SOS और क्रैश डिटेक्शन की सुविधा मिलती है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। भारत के साथ-साथ दुनियाभर में लाखों लोग Apple के प्रोडक्ट का उपयोग करते हैं। इन डिवाइस को कंपनी कई खास फीचर्स और अपग्रेड के साथ अपने कस्टमर्स के लिए पेश करती है। Apple डिवाइस सबसे एडवांस तकनीकों में से एक हैं। इससे यूजर्स को बेस्ट एक्सपीरियंस मिलने के साथ-साथ रियल टाइम से सिक्योरिटी भी मिलती है।
अब सवाल उठता है कि एपल प्रोडक्ट अपने यूजर्स की सुरक्षा कैसे करते हैं। इसमें एपल के इमरजेंसी फीचर्स आपकी मदद करते हैं। यह तकनीक न केवल डिवाइस पर आफके अनुभव को बेहतर बनाने में मदद करती है, बल्कि रियल लाइफ की स्थितियों में भी आपकी मदद करती है। अक्सर हम ऐसी घटनाएं सुनते हैं,जिसमें Apple इन फीचर्स ने लोगों की मदद की है। अब ये फीचर iPhone ही नहीं Apple Watch में भी काम करते हैं।
इन फीचर में फॉल डिटेक्शन, इमरजेंसी SOS, हाई और लो हार्ट रेट डिटेक्शन, ECG और बहुत कुछ शामिल हैं। लेकिन, ये तभी आपकी मदद कर सकते हैं जब आप इनका सही तरीके से इस्तेमाल करना जानते हों। आइये जानते हैं कि ये फीचर कैसे काम करते हैं।
इमरजेंसी SOS
- सबसे पहले कंपनी के इमरजेंसी SOS की बात करते हैं, जो यूजर की मदद के लिए तेजी से और आसानी से कॉल कर सकता है और इमरजेंसी कॉन्टेक्ट को अलर्ट कर सकता है।
- SOS पर कॉल का मतलब है कि iPhone अपने आप लोकल इमरजेंसी नंबर पर कॉल करता है और इमरजेंसी सेवाओं के साथ आपका लोकेशन शेयर करता है।
- बता दें कि अलग-अलग देशों के लिए इसको इस्तेमाल करने के नियम अलग-अलग हैं। भारत में साइड बटन को तीन बार तेजी से दबाने पर यूजर इमरजेंसी सेवाओं को एक्सेस कर सकते हैं।
- इसके अलावा इमरजेंसी कॉल डायल करने के दूसरे तरीके भी हैं। आप साइड बटन और वॉल्यूम बटन को कुछ सेकंड के लिए दबाकर रखें, फिर इमरजेंसी SOS स्लाइडर को दाईं ओर स्वाइप करें।
- इसके अलावा साइड बटन और वॉल्यूम बटन को दबाकर रखने से उलटी गिनती शुरू हो जाएगी और SOS कॉल लग जाएगी।
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क्रैश डिटेक्शन
- अगला इमरजेंसी फीचर क्रैश डिटेक्शन है ,जो iPhone 14 और उसके बाद के मॉडल में शामिल है।
- ये फीचर Apple Watch Series 8 और उसके बाद के मॉडल, Apple Watch SE gen 2 और Apple Watch Ultra और उसके बाद के मॉडल में भी दिया गया हैं।
- ये फीचर तब सबसे ज्यादा काम आता है, जब आप एक्सीडेंट आदि का शिकार हो जाते हैं।
- ऐसी स्थिति में iPhone और Apple Watch ऑटोमेटिकली आपातकालीन सेवाओं को कॉल कर सकते हैं।
- कॉल से पहले आपके डिवाइस में उलटी गिनती होगी और फिर अलार्म बजाएंगे।
इमरजेंसी कॉन्टेक्ट
- इमरजेंसी सर्विस के अलावा यूजर इमरजेंसी कॉन्टेक्ट भी सेट कर सकते हैं, जिसके लिए आपको कुछ स्टेप्स फॉलो करने होंगे।
- सबसे पहले इमरजेंसी कॉन्टेक्ट का सेट अप या अपडेट करने के लिए, सेटिंग्स पर जाएं।
- अब इमरजेंसी SOS खोजें।
- यहां आपको हेल्थ बटन में इमरजेंसी कॉन्टेक्ट एडिट करने का विकल्प मिलेगा। यूजर हेल्थ ऐप का भी उपयोग कर सकते हैं।
- अब ऊपर दाईं ओर अपनी प्रोफाइल पर टैप करें,यहां मेडिकल आईडी दिखाने वाली एक विंडो खुलेगी।
- अब यहां क्लिक करके इमरजेंसी कॉन्टेक्ट को एडिट करें या जोड़े।
सैटेलाइट के माध्यम से इमरजेंसी SOS
- इसके अलावा Apple सैटेलाइट के माध्यम से रियल लाइफ की इमरजेंसी स्थितियों से निपटने के लिए यह सुविधा देता है।
- ये सुविधा भी केवल iPhone 14 या 15 की में ही मिलती है।
- भले ही आपके पास सेलुलर या WiFi कनेक्शन न हो, फिर भी आप इमरजेंसी SOS के साथ मदद मिल सकते हैं।
- Apple आपको इस सुविधा का उपयोग करने के लिए डेमो का परीक्षण करने की अनुमति देता है ।