QR Code Scam: क्यू आर कोड स्कैन करते समय भूलकर भी न करें ये लापरवाही, एक गलती और बैंक अकाउंट हो जाएगा खाली!
Beware of QR Code Scam पिछले कुछ वर्षों में फ़िशिंग लिंक सिम स्वैप विशिंग कॉल और बहुत कुछ के माध्यम से साइबर धोखाधड़ी में काफी वृद्धि हुई है। घोटालेबाज लोगों को बरगलाने और धोखाधड़ी करने के नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। ऐसी ही एक धोखाधड़ी जो नई नहीं है लेकिन फिर भी लोगों को इसके जाल में फंसा रही है वह है क्यूआर कोड स्कैम।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। UPI और डिजिटल लेनदेन के तरीकों ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है। एसएमएस भेजने या इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल करने की तरह, यूजर्स सेकंड के भीतर किसी भी बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। डिजिटल पेमेंट और ऑनलाइन बैंकिंग आसान, तेज़ और यहां तक कि सुरक्षित भी हैं। लेकिन दूसरी तरफ, इससे ऑनलाइन धोखाधड़ी की दर में भी बढ़ोतरी हुई है।
तेजी से बढ़ रहा QR कोड स्कैम
पिछले कुछ सालों में, फ़िशिंग लिंक, सिम स्वैप , विशिंग कॉल और बहुत कुछ के माध्यम से साइबर धोखाधड़ी में काफी वृद्धि हुई है। घोटालेबाज लोगों को बरगलाने और धोखाधड़ी करने के नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। ऐसी ही एक धोखाधड़ी जो नई नहीं है लेकिन फिर भी लोगों को इसके जाल में फंसा रही है वह है क्यूआर कोड स्कैम। आज हम आपको क्यूआर कोड स्कैम के बारे डिटेल से जानकारी देने वाले हैं।
क्या है QR कोड स्कैम ?
स्कैमर लोगों को यह समझाने की कोशिश करते हैं कि वे उन्हें क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान भेज रहे हैं। और प्राप्तकर्ता को कोड स्कैन करना होगा और वह अमाउंट दर्ज करनी होगी जो वे प्राप्त करना चाहते हैं और फिर ओटीपी दर्ज करना होगा। बता दें, क्यूआर कोड केवल पैसे भेजने के लिए स्कैन किया जाता है, पैसे प्राप्त करने के लिए नहीं। इसलिए, जब लोग पैसे रिसीव करने के बहाने किसी के क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं और ओटीपी दर्ज करते हैं, तो पैसा भेजने वाले के बजाय उनके खाते से कट जाता है।
QR कोड स्कैम से बचने के तरीके
- कभी भी अपनी यूपीआई आईडी या बैंक खाते की जानकारी अनजान लोगों के साथ शेयर न करें।
- यदि आप ओएलएक्स या अन्य साइटों पर कुछ बेच रहे हैं तो यदि संभव हो तो आप नकद में लेनदेन करें।
- यदि आप कोई राशि प्राप्त कर रहे हैं तो कभी भी क्यूआर कोड को स्कैन न करें।
- यहां तक कि पैसे भेजते समय भी हमेशा क्यूआर कोड स्कैनर द्वारा दिखाए गए डिटेल को दोबारा जांच लें।
- यदि कोई क्यूआर कोड किसी अन्य क्यूआर कोड को कवर करने वाले स्टिकर जैसा दिखता है तो उसे स्कैन करने से बचें।
- ओटीपी कभी भी किसी के साथ शेयर न करें।
- यदि आप कुछ भी बेच रहे हैं या खरीद रहे हैं तो हमेशा ऑनलाइन वेबसाइट पर व्यक्ति की पहचान वेरिफाई करें।
- कोशिश करें कि अगर जरूरत न हो तो अपना मोबाइल नंबर भी शेयर न करें।