Smart TV के लिए बजट और साइज ही नहीं, इन बातों का भी रखें ध्यान, कभी नहीं होंगे निराश
Smart TV खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो कीमत ब्रांड और टीवी के साइज के अलावा कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखना आपको फायदे का सौदा करवा सकता है। एक अच्छे व्यइंग एक्सपीरियंस के लिए किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए बता रहे हैं। (फोटो- Unsplash)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। घर के लिए एक नया स्मार्ट टीवी खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है। आम तौर पर एक यूजर नया स्मार्ट टीवी खरीदते हुए कीमत, ब्रांड और टीवी के साइज को ही अपने दिमाग में रखता है।
हालांकि, टीवी के लिए बजट, साइज और ब्रांड जैसी बातों का ही ख्याल रखा जाना काफी नहीं है। टीवी को लेकर टेक्नोलॉजी से जुड़ी बातें भी मायने रखती हैं, ताकि यूजर को एक अच्छा व्यूइंग एक्सपीरियंस मिल सके।
टेक्नोलॉजी को समझना भी है जरूरी
टीवी को लेकर वैसे तो बहुत सी नई और एडवांस टेक्नलोजी बाजार में आ चुकी हैं। हर टेक्नोलॉजी को समझना और उसके बाद एक सही टीवी खरीदना भी मुश्किल काम है, लेकिन जरूरी टर्म्स को समझ लिया जाए तो काम बन सकता है।
इस आर्टिकल में टीवी से जुड़ी कुछ जरूरी टेक्नोलॉजी को ही आसान भाषा में बताने जा रहे हैं।
पिक्चर क्वालिटी के लिए जरूरी ये बातें
कलर वॉल्यूम
नया टीवी खरीद रहे हैं तो आपके लिए एक बेहतरीन व्यूइंग एक्सपीरियंस मायने रखेगा। इसके लिए नए स्मार्ट टीवी की पिक्चर क्वालिटी को अच्छा होना जरूरी है। स्मार्ट टीवी में पिक्चर क्वालिटी के लिए कलर वॉल्यूम मानक काम करता है। यह मानक जितना ज्यादा होगा, पिक्चर क्वालिटी उतनी ही बेहतरीन होगी।
हाई डायनामिक रेंज
इसी तरह आपके व्यूइंग एक्सपीरियंस को बेहतरीन बनाने के लिए हाई डायनामिक रेंज टेक्नोलॉजी की भी भूमिका होती है।
यह टेक्नोलॉजी टीवी स्क्रीन पर दिखाई देने वाले इमेज में कलर, ब्राइटनेस और कॉन्ट्रास्ट के लिए काम करती है। रंगों को अधिक गहराई से दिखाने का काम भी एचडीआर टेक्नोलॉजी का होता है।
रिफ्रेश रेट
बेहतरीन व्यूइंग एक्सपीरियंस के लिए टीवी का रिफ्रेट रेट भी मायने रखता है। टीवी के स्क्रीन पर एक इमेज एक सेकंड में कितनी बार रिफ्रेश हो रही है, इसकी जानकारी रिफ्रेश रेट से ही मिलती है। रिफ्रेश रेट हर्ट्ज में मापा जाता है। स्टैंडर्ड रिफ्रेश रेट 60 हर्ट्ज होता है, लेकिन हाई रिफ्रेश रेट आपकी आंखो को और आराम पहुंचा सकता है।