KYC APP: संपत्ति से लेकर चल रहे मुकदमे की जानकरी बस एक क्लिक में, चुनाव आयोग अपडेट करता है प्रत्याशी की हर डिटेल
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनैतिक दलों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। निर्वाचन आयोग की KYC एप पर मतदाता चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की पूरी जानकारी देख सकते हैं। इसमें उम्मीदवार की शिक्षा संपत्ति और आपराधिक रिकॉर्ड का ब्योरा शामिल रहता है। नो योर कैंडिडेट (केवाईसी) नाम की यह एप Google Play Store और Apple App Store पर उपलब्ध है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। देश लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयार है। चुनाव प्रक्रिया साफ और निष्पक्ष रहे इसके लिए निर्वाचन आयोग काफी सक्रियता के काम करता है। मतदाताओं को चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों से जुड़ी जानकारी मिले इसके लिए आयोग ने 2022 में Know Your Candidate एप पेश किया था।
इलेक्शन कमीशन की इस एप में उम्मीदवार से जुड़ी जानकारी और आपराधिक बैकग्राउंड के बारे में डिटेल में जानकारी है। अगर आपने इस एप को अब तक डाउनलोड नहीं किया है तो हम यहां एप से जुड़ी हर डिटेल आपको बता रहे हैं।
उम्मीदवारों के बारे में जानकारी देने वाले एप KYC - ECI को एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म से डाउनलोड किया जा सकता है।
KYC एप की खूबियां
एप कैसे इस्तेमाल करें
KYC एप में उम्मीदवारों की डिटेल दो तरह से खोजी जा सकती है। आप चाहें तो सीधा नाम डालकर उम्मीदवार की जानकारी प्राप्त सर सकते हैं। इसके साथ ही ऐप में फिल्टर लगाकर भी उम्मीदवारों की डिटेल जान सकते हैं।यह भी पढ़ें: Voter Helpline App मतदाताओं के लिए ऑल-इन-वन एप, वोटर्स को एक क्लिक पर मिलती हैं कई सुविधाएं; जानिए सबकुछ
एप में कौन-कौन की जानकारी मिलती है
- KYC एप उम्मीदवार का नाम, पिता/पति, पार्टी, उम्र, लिंग, पता, राज्य, विधानसभा/लोकसभा की जानकारी मेन डिस्प्ले में दिखाई देती है।
- इसके साथ ही उम्मीदवार द्वारा नामांकन के दौरान दिया गया हलफनामा इस एप में अपलोड किया जाता है। मतदाता सीधे उम्मीदवार के हल्फनामे में दी गई जानकारी को एक्सेस कर सकते हैं।
- इस एप के जरिए मतादाता प्रत्याशियों की कुल आय और संपत्ति का ब्योरा भी देख सकते हैं।
- अगर किसी उम्मीदवार का आपराधिक बैकग्राउंड होता है तो ऐप में लाल रंग के हाइलाइट बॉक्स में इसकी जानकारी मिलती है।
- एप में लोकसभा या विधानसभा चुनाव के दौरान हर सीट के उम्मीदवार की जानकारी अपलोड की जाती है।
- इसमें चुनाव के दौरान सभी नामांकन, स्वीकार नामांकन, निरस्त हुए नामांकन और नाम वापस लेने वाले प्रत्याशियों की भी जानकारी मिलती है।
एप पर उपलब्ध डाटा कितना सही?
- इलेक्शन कमीशन की ओर से रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) को निर्देश दिए गए हैं कि एप पर उम्मीदवारों के सही डॉक्यूमेंट अपलोड किए जाएं।
- अगर किसी उम्मीदवार का आपराधिक बैकग्राउंड रहा है तो चेक बॉक्स में हां या ना का ऑप्शन दिया गया है। इसके साथ ही एप में एनकोर ऑफलाइन नामांकन में उम्मीदवार द्वारा प्रस्तुत किए डॉक्यूमेंट स्कैन कर डाले जाएंगे।
- रिटर्निंग ऑफिसर यह वेरीफाई करता है कि उम्मीदवार द्वारा प्रस्तुत किए गए विवरण ठीक हैं या नहीं। इसके साथ ही यह भी चेक करना होगा कि उन्होंने आपराधिक बैकग्राउंड वाले चेकबॉक्स में हां या नहीं मार्क किया है।