ऑनलाइन फाइल शेयरिंग के दौरान इन बातों का रखें ध्यान, वर्ना पड़ सकते हैं बड़ी मुसीबत में
आजकल मैसेज की तरह लोग PDFs इमेज और वीडियो फाइल्स भी शेयर करते हैं। लेकिन साइबर अपराधियों से बचकर कर रहने के लिए फाइल्स को शेयर करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपकी फाइल्स में मौजूद डेटा गलत हाथों में पड़ सकता है और आपको किसी बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। हमारी बढ़ती डिजिटल दुनिया में, ऑनलाइन फाइलें शेयर करना टेक्स्ट मैसेज भेजने जितना ही आम हो गया है। चाहे आप किसी वर्क प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हों, परिवार के साथ छुट्टियों की फोटोज शेयर कर रहे हों, या किसी फ्रेंड को वीडियो भेज रहे हों, यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है कि आपकी फाइल्स और आपकी प्राइवेसी बनी रहे।
आमतौर पर ऑनलाइन तरीके से PDFs, वर्ड फाइल्स, स्प्रेडशीट, फोटोज, ग्राफिक्स, मीम्स, पर्सनल रिकॉर्डिंग्स और प्रोफेशनल कंटेंट्स ऑनलाइन शेयर किए जाते हैं। इन सबमें सेंसिटिव कंटेंट होता है, शेयर बटन दबाने से पहले फाइल्स को रिव्यू करना जरूरी है।
जब ऑनलाइन फ़ाइल शेयरिंग की बात आती है, तो सिक्योरिटी आपकी टॉप प्रायोरिटी होनी चाहिए। इन बातों का जरूर रखें ध्यान:
एन्क्रिप्टेड सर्विसेज का इस्तेमाल करें: ऐसे फाइल-शेयरिंग प्लेटफॉर्म चुनें जो एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन ऑफर करते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि आपकी फाइल्स ट्रांज़िट के दौरान स्क्रैम्बल की गई हैं और केवल रिसीवर द्वारा ही डिक्रिप्ट की जा सकती हैं।
पासवर्ड प्रोटेक्शन: जब संभव हो, तो अपनी फाइल्स को पासवर्ड से प्रोटेक्ट करें। ये सिक्योरिटी की एक एडिशनल लेयर ऐड करता है, खासतौर पर संवेदनशील डॉक्यूमेंट्स के लिए।
रिसीपीएंट को वेरिफाई करें: भेजने से पहले ईमेल एड्रेस या यूजर का नाम दोबारा चेक करें। गलती से गलत व्यक्ति के साथ शेयर होने से आपको खतरा भी हो सकता है।पब्लिक Wi-Fi से सावधान रहें: पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट होने पर सेंसिटिव फाइल्स को शेयर करने से बचें, क्योंकि ये अक्सर अनप्रोटेक्टेड होती हैं और इंटरसेप्शन के लिए कमजोर होती हैं।
प्राइवेसी सिक्योरिटी के साथ-साथ चलती है। इसे मेनटेन करने के लिए कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें:फाइल मेटाडेटा की चेक करें: इमेज और डॉक्यूमेंट्स में अक्सर लोकेशन डेटा या ऑथर नेम जैसी छिपी हुई जानकारी होती है। अगर जरूरी लगे तो शेयर करने से पहले मेटाडेटा हटाने वाले टूल का इस्तेमाल करें।
एक्सेस को लिमिट करें: जब मुमकिन हो तो शेयर की गई फाइल्स के लिए टाइम-लिमिटेड लिंक का इस्तेमाल करें या एक्सपायरेशन डेट सेट करें।बारीक प्रिंट पढ़ें: आपके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली फाइल-शेयरिंग सर्विस की प्राइवेसी पॉलिसी को समझें। कुछ लोग अपलोड किए गए कंटेंट ओवरनशिप का दावा कर सकते हैं।यह भी पढ़ें: WhatsApp लाया मैसेज ड्राफ्ट फीचर, चैटिंग एक्सपीरियंस पहले से हो जाएगा और भी मजेदार