फेक कस्टमर केयर नंबर से आ रही है कॉल तो गांठ बांध ले ये बातें, वरना लुटा बैठेंगे मेहनत की कमाई
समय के साथ इंटरनेट में विकास हुआ है जिसके चलते भले हमें फायदा हुआ है लेकिन इसके साथ ही हैकर्स और स्कैमर्स को भी कई नए रास्ते मिल गए है। हाल ही में पता चला है कि स्कैमर्स ने फेक कस्टमर केयर नंबर के जरिए लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं। आज हम आपको बताएंगे कि आप कैसे इस तरह के खतरों से बच सकते हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। इंटरनेट के विकास ने इसे हर तरह की जानकारियों का घर है, लेकिन यह खतरे की घंटी भी बन सकता है। खासकर तब जब इसका इस्तेमाल कोई कस्टमर केयर सपोर्ट बन कर कर रहा हो। अगली बार जब आपको इंटरनेट पर किसी ऐसे नंबर से कॉल आए तो सावधान रहें क्योंकि हो सकता है कि आप फेक कस्टमर केयर सपोर्ट से बात कर रहे हैं।
यह स्कैमर्स आपको अपना अगला शिकार बनाने की तैयारी में हो सकते हैं। जानी-मानी कंपनियां बैंक, तकनीकी दिग्गज, के नाम पर ये आपको कॉल कर सकते हैं।
कैसे करते हैं काम
- इस स्कैम की बात करें तो इसे तीन स्टेप में प्लान किया जाता है। स्कैमर्स इन फेक नंबर्स को अलग-अलग तरीकों से विज्ञापित करते हैं जैसे कि सर्च इंजन मेन्यूपुलेशन, फिशिंग ईमेल, या यहां तक कि सीधे तौर पर बिना सोचे-समझे आपको कॉल करना।
- इसके बाद ये अपने कस्टमर्स का भरोसा कायम करते हैं और आपको वादा करना है कि आपकी मदद करेगा। इसके बाद स्कैमर्स पीड़ित को अकाउंट नंबर, पासवर्ड या सुरक्षा कोड जैसी व्यक्तिगत जानकारी बताने के लिए बरगलाने की कोशिश करते हैं।
- फिर वे इस जानकारी का उपयोग पैसे चुराने, पहचान की चोरी या पीड़ित के ऑनलाइन अकाउंट को एक्सेस करते हैं, जिससे आपको भारी नुकसान हो सकता है।
कैसे रहे सुरक्षित
- ऐसी स्थिति में आप कुछ बातों का ध्यान रखकर खुद को सुरक्षित रख सकते हैं, जिसके बारो में हम आपको बताएंगे।
- आपको ध्यान रखना होगा कि संगठन, बैंक, अपनी वेबसाइटों पर फोन नंबर और ई-मेल आईडी देते हैं, जिससे वे जानकारी का एक विश्वसनीय स्रोत बन जाते हैं।
- ऐसे में किसी अन्य साइट पर अपडेट किए गए कॉन्टेकेट डिटेल का उपयोग न करें, क्योंकि यह आपको नकली वेबसाइट पर ले जा सकते हैं।
- केवल 'https' वाली वेबसाइटों पर ही ट्रांजैक्शन करें।
- एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें और इसे नियमित रूप से अपडेट करते रहें।
- अपने पासवर्ड नियमित रूप से बदलें।
- लेन-देन पूरा होने पर इंटरनेट बैंकिंग और फोन बैंकिंग ऐप्स से लॉग आउट करें।
- आपके बैंक पासवर्ड/पिन/सीवीवी/ओटीपी मांगने वाले ईमेल, SMS या कॉल का जवाब कभी न दें।