इन 8 टिप्स को करें फॉलो, कभी नहीं होंगे ऑनलाइन बैंकिंग स्कैम का शिकार
इस पोस्ट में हम आपको 8 इंटरनेट बैंकिंग टिप्स दे रहे हैं जिनका अगर आपने ध्यान रखा तो आपके खुद को ऑनलाइन बैंकिंग स्कैम से बचा सकते हैं
By Shilpa Srivastava Edited By: Updated: Thu, 04 Jul 2019 09:18 AM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। ऑनलाइन बैंकिंग स्कैम को लेकर पिछले कई समय से खबरें सामने आ रही हैं। अब तक कई लोग इसका शिकार हो चुके हैं। लोगों के बैंक अकाउंट को हैक कर हैकर्स ने लाखों रुपयों का लेन-देन किया है। हाल ही में SBI और HDFC के ग्राहकों को ऑनलाइन बैंकिंग स्कैम को लेकर सचेत भी किया गया है। आपको बता दें कि हैकर्स कई तरह से आपकी निजी और सिक्योरिटी डिटेल्स चुरा सकते हैं। आपके बैंक अकाउंट पर सेंध लगाकर हैकर्स आपके बैंक अकाउंट को पूरा खाली भी कर सकते हैं। हालांकि, अगर आप छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें तो इन स्कैम्स से खुद को बचा सकते हैं। इस पोस्ट में हम आपको 8 इंटरनेट बैंकिंग टिप्स दे रहे हैं जिनका अगर आपने ध्यान रखा तो आपके खुद को ऑनलाइन बैंकिंग स्कैम से बचा सकते हैं।
ऑनलाइन बैंकिंग स्कैम से बचने के लिए अपनाएं ये 8 टिप्स:1. अपने कम्प्यूटर को फिशिंग, मालवेयर और अन्य सिक्योरिटी परेशानियों से बचाने के लिए आपको हमेशा ओरिजनल एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करना चाहिए। एंटी-वायरस किसी भी डिवाइस में से स्पाईवेयर को डिटेक्ट करने और रीमूव करने का काम करता है जो आपके निजी और संवेदनशील डाटा चुराने का काम करते हैं।
2. ऑनलाइन स्कैम का एक बड़ा कारण ओपन वाई-फाई नेटवर्क है। हैकर्स यूजर और ओपन वाई-फाई के बीच में काम करता है। अगर आप किसी फ्री वाई-फाई को इस्तेमाल करते हैं तो हैकर्स आपके सभी डाटा को चुरा सकते हैं। आपका फ्री ओपन वाई-फाई का इस्तेमाल करना आपके डाटा चोरी होने का बड़ा कारण है। हैकर्स आपकी डिवाइस में मालवेयर को इंस्टॉल कर देते हैं जिससे जानकारी आसानी से चुराई जा सकती है।इससे संबंधित Amazon पर कई बुक्स भी उपलब्ध हैं जिन्हें पढ़कर आप सुरक्षित इंटरनेट बैंकिंग कर पाएंगे। इसे खरीदने के लिए क्लिक करें यहां।
3. स्मार्टफोन यूजर्स को समय-समय पर अपने OS अपडेट करते रहना चाहिए। साथ ही फोन से सिक्योरिटी कंट्रोल्स को भी रीमूव नहीं करना चाहिए जिसे आमतौर पर जेल ब्रेकिंग या रूटिंग कहते हैं। ये किसी भी एप द्वारा मांगे जा रहे एक्सेस को रेस्ट्रिक्ट करता है।
4. यूजर्स को हमेशा अपना पासवर्ड बदलते रहना चाहिए। इससे उनका अकाउंट सेफ रहता है साथ ही संवेदनशील जानकारी भी सुरक्षित रहती है। सबसे अहम बात यह कि आप किसी के साथ भी अपने अकाउंट और पासवर्ड से संबंधित जानकारी शेयर न करें। ध्यान रहे कि कभी-भी आपको आसान पासवर्ड नहीं रखना है। पासवर्ड ऐसा होना चाहिए जो आसानी से किसी को पता न लगें।
5. अगर आपने अभी तक मोबाइल नोटिफिकेशन्स के लिए सब्सक्राइब नहीं किया है तो अब कर लें। जब भी आपके अकाउंट से कोई ट्रांजेक्शन होगा तो आपको नोटिफिकेशन रिसीव होगी। अगर आपने वो ट्रांजेक्शन नहीं की है तो आप इसके लिए रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं। सिर्फ ट्रांसजेक्शन ही नहीं बल्कि आपके अकाउंट में कितने बार गलत पासवर्ड डालकर लॉगइन किया गया है इसका भी जानकारी दी जाएगी।6. मेलर्स के जरिए अपने नेट-बैंकिंग अकाउंट में साइन-इन करने से बचें। हमेशा बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही अपने अकाउंट को लॉग-इन करें। इसके अलावा कभी-भी कोई भी बैंक आपके अकाउंट का लॉग-इन पासवर्ड नहीं मांगती है। ऐसे में अगर आपके पास इस तरह का कोई मेल आता है या कॉल आता है तो अपनी जानकारी को कभी-भी साझा न करें।
इंटरनेट बैंकिंग से संबंधित भी कई बुक्स Amazon पर उपलब्ध हैं। इनसे आप इंटरनेट बैंकिंग के बारे में विस्तृत जानकारी ले पाएंगे। इन्हें खरीदने के लिए क्लिक करें यहां।7. नेट-बैंकिंग में लॉगइन करने के लिए कभी-भी पब्लिक कम्प्यूटर का इस्तेमाल न करें। इससे आपकी जानकारी को खतरा रहता है। वहीं, अगर आप कभी मजबूरी में ऐसा करते भी हैं तो लॉगआउट करने के बाद ब्राउजर की हिस्ट्री या कैशै डिलीट कर दें। साथ ही कम्प्यूटर की सभी टैम्परेरी फाइल्स भी डिलीट कर दें। साथ ही कभी भीR your ID and password पॉप-अप को Allow न करें। बेहतर होगा कि आप Incognito मोड में ही इस तरह के अकाउंट लॉगइन करें।
8. नियमित तौर पर अपना अकाउंट लॉगइन कर last logged in या login history भी चेक करें। अगर आपको किसी भी चीज पर शक होता है तो तुरतं बैंक से संपर्क करें। यह भी पढ़ें:
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