खतरनाक साबित हो सकता है Google Chrome इस्तेमाल करना, इस तरह करें फेक एड्रेस बार स्पॉट
Inception Bar मेथड को फेक एड्रेस बार डिस्प्ले बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह तब तक गायब नहीं होता है जब तक यूजर दूसरी वेबसाइट न चला जाएगा
By Shilpa Srivastava Edited By: Updated: Tue, 30 Apr 2019 05:02 PM (IST)
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। इंटरनेट को अगर सही से इस्तेमाल न किया जा तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। Google Chrome ब्राउजर में एक सुरक्षा कमी के तहत फेक एड्रेस बार बनाकर फिशिंग हमले किए जा रहे हैं। इस बग को जेम्स फिशर नाम के एक डेवलपर ने ढूंढा है। जेम्स ने बताया कि जब यूजर ब्राउजर पर नीचे की तरफ स्क्रॉल करता है तो Chrome मोबाइल ऐप एड्रेस बार को किस तरह गायब कर देता है। जेम्स ने इसे The Inception Bar मेथड कहा है। इसे फेक एड्रेस बार डिस्प्ले बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह तब तक गायब नहीं होता है जब तक यूजर दूसरी वेबसाइट न चला जाएगा।
यह यूजर को असली एड्रेस बार को देखने की अनुमति नहीं देता है। जेम्स ने इसे साबित करने के लिए एक डेमोन्सट्रटेड प्रूफ भी दिया है। इस बग के जरिए यूजर की जानकारी चुराने के लिए लार्ज-स्केल फिशिंग कैंपेन चलाए जा रहे हैं। जेम्स ने यह बताया है कि किस तरह से कोई वेबसाइट फेक एड्रेस बार का इस्तेमाल कर यूजर को वहां ले जाया जाता है जहां उसे नहीं होना चाहिए। यह सब इसलिए हो पाता है क्योंकि क्रोम के मोबाइल वर्जन में जो UI है वो पेज स्क्रॉल डाउन करने के साथ गायब हो जाता है।
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वैसे तो गूगल इस कमी को सुधारने की कोशिश कर रहा है लेकिन एक ऐसा तरीका भी है जिससे आप फेक एड्रेस बार को स्पॉट कर सकते हैं।
- यूजर क्रोम ऐप को UI दिखाने के लिए फोर्स कर सकते हैं। इसके लिए आपको क्रोम ऐप ओपन करने के बाद फोन को लॉक करना है और उसके बाद अनलॉक करना है।
- यह क्रोम ऐप विंडो को रिसेट कर देती है। इससे आप UI को देख पाएंगे। अगर URL फेक होगा तो आपको दो URL बार दिखाई देंगी। जो ऊपर की तरफ होगी वो असली बार होगी। वहीं, जो नीचे की तरफ होगी वो फेक बार होगी।
- अगर आप मल्टीपल टैब्स पर काम कर रहे हैं तो आपको टैब आइकन के नंबर्स पर गौर से ध्यान देना होगा। इंसेपशन बार हमेशा गलत नंबर दिखाता है।
- क्रोम एंड्रॉइड में नई डार्क मोड फीचर के तहत इंसेपशन बार को स्पॉट करना बेहद आसान है। जब डार्क मोड इनेबल होगा तो URL बार और अन्य UI एलिमेंट्स ब्लैक में दिखाई देगा। वहीं, फेक URL व्हाइट में होगा। अगर आप नॉर्मल क्रोम मोबाइल UI थीम इस्तेमाल कर रहे हैं तो फेक URL ब्लैक में दिखाई देगा।