Google Maps VS Apple Maps: नेविगेशन से लेकर ट्रैफिक की जानकारी तक, एक-दूसरे से कितने अलग हैं ये प्लेटफॉर्म
गूगल और एपल अपने यूजर्स को मैप्स की सुविधा देते हैं। गूगल और एपल के ये प्लेटफॉर्म एक-दूसरे से अलग काम करते हैं। गूगल मैप्स पर डाइनिंग के लिए रेस्टोरेंट की जानकारी में एडवांस ऑप्शन जैसे टेक अवे ऑफर्स फूज प्राइस की जानकारी नहीं मिलती है। वहीं एपल यूजर्स को एपल मैप्स के साथ डाइनिंग के लिए ये जानकारियां भी मिलती हैं।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। एंड्रॉइड यूजर्स को रास्तों की जानकारी के लिए गूगल मैप्स की सुविधा काम आती है। ठीक इसी तरह एपल यूजर्स को अनजान रास्तों की जानकारी के लिए एपल मैप्स की सुविधा मिलती है।
दोनों ही प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को नेविगेशन और लगभग एक जैसे फीचर्स की सुविधा मिलती है। बावजूद इसके ये दोनों ही प्लेटफॉर्म यूजर्स के लिए अलग-अलग काम करते हैं। इस आर्टिकल में गूगल और एपल के इन दोनों प्लेटफॉर्म के बीच अंतर को समझने की कोशिश कर रहे हैं।
नेविगेशन
सबसे पहले नेविगेशन की बात करें तो गूगल मैप्स पर यूजर को आसपास की लोकेशन को देखने के लिए मल्टीडाइमेंशनल व्यू फीचर की सुविधा मिलती है।
वहीं दूसरी ओर एपल अपने यूजर्स को एपल मैप्स के साथ आसपास की लोकेशन को देखने के लिए 360 डिग्री व्यू की सुविधा देता है।
वॉकिंग
गूगल मैप्स पर यूजर्स को पैदल चलने के दौरान नेविगेशन के लिए ऐरो की सुविधा मिलती है। डेस्टिनेशन के लिए गूगल मैप्स पर यह सुविधा लाइव व्यू फीचर के साथ मिलती है।
वहीं, दूसरी ओर एपल मैप्स की बात करें तो इस प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को लुक अराउंड फीचर की सुविधा मिलती है। इस फीचर की मदद से एपल यूजर्स डेस्टिनेशन को पहले ही सीमित कर सकते हैं।
ट्रैफिक
गूगल और एपल दोनों के ही मैप्स प्लेटफॉर्म पर यूजर को ट्रैफिक अपडेट की सुविधा मिलती है। ट्रैफिक अपडेट की जानकारी रियलटाइम यानी ट्रैवलिंग के दौरान लाइव ली जा सकती है। हालांकि, एपल यूजर्स को बेहतर सुविधा के लिए 3D रोड लेवल फीचर की सुविधा भी पेश की जाती है।
डाइनिंग आउट
गूगल मैप्स पर यूजर्स को डाइनिंग के लिए आसपास के रेस्टोरेंट की जानकारी में रेस्टोरेंट का नाम, एडरेस और फोन नंबर की डिटेल मिलती है। वहीं एपल यूजर्स को डाइनिंग के लिए रेस्टोरेंट की जानकारी में एडवांस ऑप्शन जैसे टेक अवे ऑफर्स, फूड प्राइस, रेंज की जानकारी भी मिलती है।