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इंटरनेट मीडिया पर ‘पहचान चोरी’ बना बड़ा खतरा, जानें कैसे बचेंगे

इंटरनेट मीडिया पर आइडेंटिटी चोरी की घटना कोई नयी नहीं है लेकिन यह आपको परेशानी में डाल सकती है। अगर इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी प्राइवेसी को सिक्योर नहीं रखते हैं तो फिर इन प्लेटफार्म पर बहुत अधिक व्यक्तिगत जानकारी साझा करना जोखिम भरा हो सकता है। आपको

By Saurabh VermaEdited By: Updated: Thu, 26 Aug 2021 04:45 PM (IST)
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यह ID Theft की प्रतीकात्मक फाइल फोटो है।

नई दिल्ली, अमित निधि। इंटरनेट मीडिया पर एक्टिव हैं या फिर आपका एकाउंट इन प्लेटफार्म पर है, तो आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि आइडेंटिटी थेफ्ट यानी पहचान चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। स्कैमर इन दिनों इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल की हूबहू नकल कर न सिर्फ आपके जानने वालों से पैसों की मांग करते हैं, बल्कि वे आपके नाम से गलत मैसेज भी भेज सकते हैं। आइए, जानें कैसे बच सकते हैं पहचान की चोरी से ...

इंटरनेट मीडिया पर आइडेंटिटी चोरी की घटना कोई नयी नहीं है, लेकिन यह आपको परेशानी में डाल सकती है। अगर इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी प्राइवेसी को सिक्योर नहीं रखते हैं, तो फिर इन प्लेटफार्म पर बहुत अधिक व्यक्तिगत जानकारी साझा करना जोखिम भरा हो सकता है। आपको बता दें कि स्कैमर्स आपकी व्यक्तिगत जानकारियों और तस्वीरों का उपयोग नकली ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन एकाउंट बनाने के लिए कर सकते हैं। ये आपकी प्रोफाइल का ऐसा फेक वर्जन तैयार करते हैं कि एक बार आपको भी यकीन नहीं होगा कि इसे आपने तैयार नहीं किया है। फिर वे इन नकली इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल्स का इस्तेमाल दूसरों से पैसे ठगने या फिर आपकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए कर सकते हैं। आपके मित्र, परिवार के सदस्य और सहकर्मी सोच सकते हैं कि आप ही अपराध कर रहे हैं या अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। हालांकि इन स्कैमर्स से खुद को बचाने के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं। आपको बस आनलाइन साझा की जाने वाली जानकारियों को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। इसके लिए अपनी इंटरनेट मीडिया प्राइवेसी सेटिंग्स को मैनेज करें या फिर नकली इंटरनेट मीडिया एकाउंट मिले तो रिपोर्ट जरूर करें।

पहचान चोरी का मकसद

क्या आपने कभी सोचा है कि क्यों कोई आपके नाम से ट्विटर, इंस्टाग्राम या फेसबुक एकाउंट बनाना चाहेगा? आमतौर पर देखें, तो स्कैमर के पास नकली प्रोफाइल बनाने के कई कारण होते हैं। कुछ की तो पैसों में दिलचस्पी होती है। वे नकली फेसबुक, ट्विटर या इंस्टाग्राम एकाउंट इसलिए भी बनाते हैं, ताकि वे आपके करीबी मित्रों, परिवार के सदस्यों या फिर सहर्किमयों से चैरिटी, बिल, जरूरत आदि के नाम पर पैसे ठग सकें या फिर वे आपके फेसबुक दोस्तों या ट्विटर फालोअर्स को यह बताते हुए ईमेल कर सकते हैं कि आपको पेमेंट करने में परेशानी आ रही है। कई बार जो लोग बिना सोचे-समझे पैसे भेज देते हैं, वे स्कैमर्स की जेब में जाते हैं, लेकिन आपका दोस्त यह सोचता है कि उन्होंने आपकी मदद की है। कई बार स्कैमर्स राजनीतिक संदेश को आगे बढ़ाना चाहते हैं या घृणित बातें फैलाने के लिए भी ऐसा करते हैं। स्कैमर आपकी तस्वीर के साथ फेसबुक, स्नैपचैट या इंस्टाग्राम पेज का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल आपके नाम और प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए हो सकता है।

कैसे होता है यह कार्य

साइबर अपराधी आपके नाम से इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल बनाने के लिए कई हथकंडे अपना सकते हैं। अगर आप अपनी प्राइवेसी को सिक्योर नहीं रखते हैं, तो फिर उनके लिए ऐसा करना बहुत आसान हो जाता है। इसके लिए वे आपकी प्रोफाइल पिक्चर चोरी कर सकते हैं या फिर कोई भी व्यक्तिगत फोटो व जानकारी जो उन्हें आनलाइन मिलती है, उसे वे आपके नकली प्रोफाइल से जोड़ सकते हैं। इन चीजों को जोड़कर स्कैमर्स नकली प्रोफाइल को वैध जैसा बनाने की पूरी कोशिश सकते हैं। यहां तक कि उन दोस्तों और परिवार के सदस्यों को भी धोखा दे सकते हैं, जो आपको सबसे अच्छी तरह से जानते हैं। इन स्कैमर्स को आपके बारे में जितनी अधिक व्यक्तिगत जानकारी आनलाइन मिल सकती है, उतनी ही अधिक उन्हें रियलिस्टिक फेक इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल तैयार करने में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए स्कैमर आसानी से पता लगा सकते हैं कि आपने हाईस्कूल कहां से किया है, आपने कब स्नातक किया है। वे यह पता लगा सकते हैं कि आप विवाहित हैं या फिर आपके पति या पत्नी का नाम क्या है। उनके लिए यह जानना भी आसान है कि आप कहां काम करते हैं और किस शहर में पले-बढ़े हैं। ये सभी जानकारियां वही होती हैं, जिन्हें आपने पहले कभी इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया होगा। कई बार तो ये आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए फिशिंग ईमेल के जरिए भी बरगलाने का प्रयास करते हैं।

प्रोफाइल को ऐसे करें सिक्योर

इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल को सिक्योर कर पहचान चोरी की घटना से बच सकते हैं। इसके लिए बहुत सारे उपाय मौजूद हैं, बस आपको इनका इस्तेमाल करना जानना होगा।

फेसबुक एकाउंट

स्कैमर्स आपकी पब्लिक फेसबुक पोस्टिंग और फोटो पोस्ट के जरिए बहुत सारी जानकारियां हासिल कर सकते हैं। इनमें जन्मतिथि, होमटाउन, कंपनी, हाईस्कूल का विवरण आदि हो सकते हैं। जब फेसबुक पर कुछ नया पोस्ट करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि उसे दोस्त और फैमिली मेंबर ही देख सकें। यही बात दूसरे इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, लिंक्डइन आदि पर भी लागू होती है। इसके लिए फेसबुक के सेटिंग टैब में जाएं। फिर प्राइवेसी में ‘हू कैन सी योर फ्यूचर पोस्ट’ पर जाकर इसे मैनेज कर सकते हैं। यहां पर ‘फ्रेंड्स’ का चयन करना बेहतर होगा। इस तरह आप सीमित कर सकते हैं कि कौन आपकी पोस्ट को देख सकता है। इसके अलावा, प्रोफाइल फोटो के साथ गार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए फेसबुक एप को ओपन करने के बाद अपनी प्रोफाइल फोटो पर जाएं। इसे कुछ देर के लिए प्रेस करके रखें। यहां नीचे की तरफ ‘टर्न आन प्रोफाइल पिक्चर गार्ड’ का विकल्प मिलेगा। फिर इसे सेव कर दें। इसके बाद कोई भी अनजान यूजर प्रोफाइल फोटो को न तो डाउनलोड कर पाएगा और न ही प्रोफाइल से जुड़ी पूरी जानकारी उसे दिखाई देगी। यहां पर फ्रेंड्स बनाने के दौरान भी सावधान रहें।

इंस्टाग्राम एकाउंट

इंस्टाग्राम पर एकाउंट को प्राइवेट नहीं किया है, तो फिर हर कोई आपकी प्रोफाइल और पोस्ट देख सकता है। एंड्रायड और आइओएस एप्स पर एकाउंट को प्राइवेट करने के लिए आपको सेटिंग्स पर जाना होगा। फिर प्राइवेसी में जाने के बाद प्राइवेट एकाउंट पर जाएं। अगर आपने एकाउंट को पब्लिक कर रखा है, तो फिर इस पर टैप करने के बाद प्राइवेट एकाउंट को आन करना होगा। एकाउंट को प्राइवेट करने के बाद आपका पोस्ट न तो सर्च में दिखाई देगा और न ही हैशटैग पेज पर दिखेगा। इस तरह स्कैमर से एकाउंट को सिक्योर कर पाएंगे।

ट्विटर एकाउंट

अगर ट्विटर पर आपका एकाउंट है, तो बाय डिफाल्ट प्रोफाइल और ट्वीट हर कोई देख सकता है। यह उन लोगों को भी दिख सकता है, जिन्होंने ट्विटर पर साइन-इन नहीं किया है। अगर आप चाहते हैं कि आपका प्रोफाइल हर किसी को न दिखे, तो फिर आपको सेटिंग्स में बदलाव करना होगा। सबसे पहले ट्विटर को वेब ब्राउजर पर ओपन करें। फिर सेटिंग्स और प्राइवेसी में जाएं। इसके बाद आपको ‘प्राइवेसी ऐंड सेफ्टी’ आप्शन पर क्लिक करना होगा। ट्वीट सेक्शन के नीचे आपको ‘प्रोटेक्ट योर ट्वीट्स’ का विकल्प मिलेगा। अगर आपको अपना एकाउंट सुरक्षित रखना है, तो ‘प्रोटेक्ट योर ट्वीट्स’ को आन कर दें। इसके बाद ट्वीट्स केवल आपके फालोअर ही देख पाएंगे। अगर कोई आपको फालो करना चाहता है, तो फिर उसे आपके अप्रूवल की जरूरत होगी। आपका ट्वीट सर्च इंजन में भी नहीं दिखाई देगा। केवल फालोअर सर्च में ही आपका ट्वीट दिखेगा। प्राइवेसी ऐंड सिक्योरिटी पेज पर आपको लोकेशन और फोटो टैगिंग को डिसेबल करने का विकल्प भी मिलता है। साथ ही, किसी और यूजर के द्वारा भेजे जाने वाले मैसेज को भी आफ कर सकते हैं। अगर आपने ट्वीट को प्राइवेट कर दिया है, तब भी आप पूरे प्रोफाइल को हाइड नहीं कर सकते हैं। बैनर इमेज, प्रोफाइल इमेज, नेम, यूजरनेम, बायो, लोकेशन आदि दिखाई देंगे। हालांकि एडिट प्रोफाइल आप्शन पर जाकर विजिबिलिटी को कस्टमाइज कर सकते हैं।

यहां कर सकते हैं रिपोर्ट

  • इंटरनेट मीडिया पर फेक आइडेंटिटी थेफ्ट को लेकर रिपोर्ट करना चाहते हैं, तो इसकी सुविधा भी मौजूद है:
  • फेसबुक: फेसबुक पर फर्जी पेज के लिए रिपोर्ट करनी है, तो facebook.com/help/174210519303259 साइट पर विजिट करें। अगर आपका फेसबुक एकाउंट नहीं है, लेकिन किसी ने आपके नाम से फर्जी एकाउंट बनाया है, तो आप cybercrime.gov.in पर धोखाधड़ी वाले खाते की रिपोर्ट कर सकते हैं।
  • ट्विटर: इस प्लेटफार्म पर नकली एकाउंट की रिपोर्ट करने के लिए help.twitter.com/en/safety-and-security/report-twitter-impersonation साइट पर विजिट कीजिए। इसके अलावा help.twitter.com/en/forms/authenticity/impersonation के माध्यम से रिपोर्ट कर सकते हैं।
  • लिंक्डइन: आप लिंक्डइन पर फर्जी प्रोफाइल की रिपोर्ट करने के लिए linkedin.com/help/linkedin/answer/61664/reporting-fake-profiles?lang=en पर जा सकते हैं।
  • इंस्टाग्राम: आप अपने व्यवसाय, संगठन के नाम से बनाए गए नकली इंस्टाग्राम प्रोफाइल के लिए help.instagram.com/contact/636276399721841 पर विजिट कर सकते हैं।