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Republic Day 2024: सस्ती इंटरनेट सर्विस देने वाले देशों में तीसरे नंबर पर भारत, समय के साथ बेहतर हुई डाउनलोडिंग स्पीड

आज देश के संविधान को लागू हुए 74 साल पूरे हो गए हैं। इसी के साथ 26 जनवरी 2024 को हम भारत का 75वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। हालांकि देश 1947 में ही आजाद हो गया था। आजाद होने के साथ ही भारत के विकास की कहानी शुरू हो चुकी थी। समय बदलता रहा और नई टेक्नोलॉजी के साथ टेलीकॉम सेक्टर विकास के पथ पर अग्रसर रहा।

By Shivani Kotnala Edited By: Shivani Kotnala Updated: Fri, 26 Jan 2024 09:00 AM (IST)
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Republic Day 2024: सस्ती इंटरनेट सर्विस देने वाले देशों में तीसरे नंबर पर भारत
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। आज देश के संविधान को लागू हुए 74 साल पूरे हो गए हैं। इसी के साथ 26 जनवरी, 2024 को हम भारत का 75वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। हालांकि, देश 1947 में ही आजाद हो गया था।

आजाद होने के साथ ही भारत के विकास की कहानी शुरू हो चुकी थी। समय बदलता रहा और नई टेक्नोलॉजी के साथ टेलीकॉम सेक्टर विकास के पथ पर अग्रसर रहा।

यह 1980 का दौर था जब हम इंटरनेट की 1G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे थे। वहीं, आज 5G टेक्नोलॉजी का दौर शुरू हो चुका है।

एडवांस होती टेक्नोलॉजी का ही यह दौर है जब देश के दूर-दराज के क्षेत्रों तक इंटरनेट की पहुंच आसान बन रही है।

देश में समय के साथ इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं, भारत दुनिया के उन देशों में तीसरे नंबर पर अपनी जगह बनाता है जहां नागरिकों को सबसे सस्ता इंटरनेट उपलब्ध करवाया जा रहा है।

हालांकि इंटरनेट की सर्विस सालों पहले ही मिलना शुरू हो गई थी, लेकिन समय के साथ यह सर्विस डाउनलोडिंग स्पीड को लेकर बेहतर बनी।

इस आर्टिकल में टेलीकॉम सेक्टर में हुए इन बदलावों को ही तीन बिंदुओं के साथ समझने की कोशिश कर रहे हैं-

समय के साथ इंटरनेट की पहुंच का कितना बढ़ा आंकड़ा

इंटरनेट की पहुंच समय के साथ हर स्मार्टफोन यूजर तक पहुंची। यह साल 2007 का समय था जब इंटरनेट पहुंच की दर 4 प्रतिशत थी।

वहीं, यह आंकड़ा साल 2019 में अपने सबसे उच्चतम स्तर 50 प्रतिशत पर पहुंच गया। साल 2022 की बात करें तो इंटरनेट पहुंच की यह दर 48.7 प्रतिशत हो गई है।

भारत में इंटरनेट पहुंच की दर को साल 2007-2022 तक में बढ़त के साथ Statita (Statistics Portal for Market Data) के बार ग्राफ में देखा जा सकता है।

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डेटा स्पीड में भी हुआ समय के साथ बदलाव

साल 1980 का वह दौर जब इंटरनेट टेक्नोलॉजी के नाम पर 1G का इस्तेमाल हो रहा था डाउनलोडिंग स्पीड 2.4 kb per second मिलती थी।

वहीं, 5G टेक्नोलॉजी के साथ डाउनलोडिंग स्पीड में भी जबरदस्त इजाफा देखने को मिला। इंटरनेट की स्पीड 5G टेक्नोलॉजी के साथ 1GB per second हो चुकी है।

  • 1G- 2.4 kb per second- 1980-1990
  • 2G- 64 kb per second- 1991
  • 3G- 384 kb per second-2 Mb per second- 2001
  • 4G- 100Mb per second- 2009
  • 5G-1GB per second- 2019

भारत में डेटा रेट्स की कीमत कितनी सस्ती

1GB मोबाइल डेटा की कीमत को लेकर 233 देशों में एक सर्वे किया गया। इस सर्वे के साथ देखा गया कि भारत में डेटा रेट्स की कीमत दुनिया भर में सस्ते इंटरनेट के साथ तीसरे नंबर पर है।

भारत में 1GB मोबाइल डेटा की कीमत 14.13 रुपये पड़ती है।

हालांकि, दुनिया में सबसे सस्ती इंटरनेट सर्विस मिलने वाले देश के रूप में इजराइल का नाम आता है। यहां 1GB मोबाइल डेटा की कीमत 3.32 रुपये पड़ती है।