लैपटॉप खरीदने से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान, बाद में नहीं पड़ेगा पछताना
लैपटॉप खरीदने से पहले अगर आप इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं तो आपको पछताना पड़ सकता है
By Harshit HarshEdited By: Updated: Mon, 03 Sep 2018 07:30 AM (IST)
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। आजकल की डिजिटल दुनिया में स्मार्टफोन्स के अलावा लैपटॉप लोगों की रोजमर्रा की जरूरत बन गई है। चाहे कॉलेज के प्रोजेक्ट्स हो या बिजनेस या ऑफिस के काम, लैपटॉप का इस्तेमाल करना हमारी जरूरत बन गई है। लैपटॉप खरीदते समय अक्सर हम कुछ बातों का ध्यान नहीं रख पाते हैं, जिसका खामियाजा हमें बाद में उठाना पड़ता है। लैपटॉप अगर आपके मन के मुताबिक परफार्म नहीं करता है तो आपके लिए परेशानी का सबब बन जाता है। आजकल बाजार में बजट रेंज में भी लैपटॉप मौजूद हैं, लेकिन इन लैपटॉप की परफार्मेंस आपके अनुरूप नहीं होता है। ऐसे में लैपटॉप खरीदते समय अगर आप कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें तो बाद में आपको पछताना नहीं पड़ेगा।
ऑपरेटिंग सिस्टमलैपटॉप खरीदते समय यह बात हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि लैपटॉप में ऑपरेटिंग सिस्टम है या फिर बेसिक ऑपरेटिंग सिस्टम (MS-Dos) दिया गया है। अगर, लैपटॉप में ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं डला हुआ है तो आपको अलग से ऑपरेटिंग सिस्टम डलवाना होता है। इसके लिए आपको अलग से खर्च करना पड़ सकता है। इसलिए, लैपटॉप खरीदते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि लैपटॉप ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आ रहा है कि नहीं। हमारी सलाह यह है कि आप हमेशा ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आने वाले लैपटॉप को खरीदें।
आजकल बाजार में प्री-इन्स्टॉल्ड ऑपरेटिंग सिस्टम वाले कई ब्रांड्स के लैपटाप मौजूद हैं। ऐसे में अगर हम सही ऑपरेटिंग सिस्टम वाले लैपटॉप नहीं खरीदते हैं तो हमें उसमें फिर से नया ऑपरेटिंग सिस्टम डलवाना पड़ता है। ऐसे में लैपटॉप खरीदने से पहले आपको सही ऑपरेटिंग सिस्टम का चुनाव करना चाहिए। सबसे ज्यादा लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम में माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज 7, विंडोज 8, विंडोज 10 के अलावा, एप्पल के आइओएस 10 एवं 11, गूगल क्रोम ओएस, उबन्तु हैं। आप जिस ऑपरेटिंग सिस्टम पर आसानी से काम कर सकते हैं उस ऑपरेटिंग सिस्टम वाले लैपटॉप को चुनना आपके लिए बेहतर होगा।की-बोर्ड
अगर आप लैपटॉप पर ज्यादा काम करते हैं तो आपको हमेशा सॉलिड की-बोर्ड वाले लैपटॉप खरीदना चाहिए। ऐसा इसलिए कि इससे आपके की-बोर्ड के बटन के जल्दी खराब होने की संभावना बनी रहती है। वहीं, अगर आप बिजनेस लैपटॉप खरीदना चाहते हैं तो की-बोर्ड में जी और एच की के बीच में नब जरूर चेक कर लें। इस नब की मदद से आप अपनी उंगली आसानी से की-बोर्ड पर रख पाएंगे। सही की-बोर्ड वाले लैपटॉप से आपको काम करने में आसानी होगी।डिस्प्ले
कई लोगों को छोटे स्क्रीन साइज वाले लैपटॉप पसंद होते हैं, वहीं कुछ लोगों को बड़ी स्क्रीन वाले लैपटॉप पर काम करना पसंद होता है। ऐसे में आप अपने सुविधा के मुताबिक अपने लैपटॉप स्क्रीन का चुनाव कर सकते हैं। 15 इंच का स्क्रीन साइज लोगों के बीच में काफी प्रचलित है और काम करने में भी आसानी होती है। हमारी सलाह यही है कि सही डिस्प्ले साइज वाले लैपटॉप के साथ काम करने में आसानी होती है।प्रोसेसर और रैम
इन बाहरी फीचर्स के अलावा आपको कुछ तकनीकी फीचर्स के बारे में भी पता होना चाहिए। लैपटॉप खरीदते समय इन इंटरनल फीचर्स के बारे में भी आपको जानकारी होनी चाहिए। आमतौर पर हमें ज्यादा रैम और प्रोसेसर वाले लैपटॉप खरीदना चाहिए ताकि उसमें आपके काम के मुताबिक सॉफ्टवेयर डाला जा सके। कई जरूरी सॉफ्टवेयर्स कम रैम पर काम नहीं करते हैं। इसलिए लैपटॉप खरीदने से पहले इसके प्रोसेसर और रैम के अलावा इंटरनल स्पेसिफिकेशन्स के बारे में भी आपको जानकारी होनी चाहिए। हमारी सलाह यह है कि कम से कम 4जीबी रैम वाला लैपटॉप खरीदें साथ ही उसमें लेटेस्ट प्रोसेसर होना चाहिए।बैटरी
अब बात करते हैं बैटरी की, लैपटॉप को पावर देने के लिए उसमें बैटरी दी जाती है। लैपटॉप में इस्तेमाल होने वाले बैटरी लिथियम-ऑयन का बना होता है। इन बैटरी की क्षमता ज्यादा होती है तो लैपटॉप का इस्तेमाल आप लंबे समय तक कर सकते हैं। लिथियम-ऑयन बैटरी द्वारा संचालित होने वाले लैपटॉप में इस्तेमाल होने वाले बैटरी की एमएएच जांच लें। जितनी ज्यादा एमएएच होगी उतना ही लंबा बैटरी बैकअप होगा। अगर, आपक लैपटॉप पर ज्यादा काम करते हैं तो आपको ज्यादा बैटरी बैकअप वाले लैपटॉप का चुनाव करना चाहिए। यह भी पढ़ें:
Google for India 2018: अब ट्रेन की लोकेशन भी बताएगा गूगल, जानें अन्य बड़ी घोषणाएंMicrosoft विकसित कर रहा है ब्लॉकचेन तकनीक, अनचाहे कॉल्स और मैसेज पर लगेगा लगाम
आपके स्मार्टफोन को चोरी होने से बचाएंगे ये ऐप्स, जानें किस तरह करते हैं काम