World Password Day: पासवर्ड क्रिएट करते समय भूल कर भी न करें ये गलतियां, नहीं तो पड़ सकता है पछताना
पासवर्ड हमारे लिए जरूरी है क्योंकि इसकी मदद से आप आसानी से अपने डिवाइस को किसी और के एक्सेस से दूर रखता है। आज हम आपको बताएंगे कि आप अपना पासवर्ड क्रिएट करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसा करने से आप खुद को साइबर अपराधियों से सुरक्षित रख सकते हैं। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। आज का दिन यानी 2 मई 2024 विश्व पासवर्ड दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी शरुआत 2013 में की गई थी। इसे जटिल और यूनिक पासवर्ड बनाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और संवेदनशील जानकारी को प्राइवेट और गोपनीय रखने के लिए पासवर्ड प्रोसेस को अपनाने के लक्ष्य के साथ मई के पहले गुरुवार को मनाया जाता है।
यहां हम आपको बताएंगे कि आप पासवर्ड क्रिएट करते समय किन बातों का ध्यान रखें। इसकी मदद से आप हैकर्स से सुरक्षित रख सकते हैं।
पासवर्ड के बारे में ये बातें है खास
- आपको बता दें कि पासवर्ड का इस्तेमाल सबसे पहले 1960 के दशक में कंप्यूटिंग इको सिस्टम में अनधिकृत एक्सेस से अकाउंट की सुरक्षा के लिए किया गया था।
- 1961 में, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के रिसर्चर्स ने कम्पैटिबल टाइम-शेयरिंग सिस्टम (CTSS) का उपयोग करना शुरू किया।
- ये सिस्टम IBM 709 पर चलता था और यूजर डंब टर्मिनल के माध्यम से सिस्टम को एक्सेस कर सकते थे, जिसमें यूजर्स की पर्सनल फाइल्स के लिए पासवर्ड का उपयोग किया जाता था।
- विश्व पासवर्ड दिवस पर एक बार फिर अपनी डिजिटल सुरक्षा पर कंट्रोल लेने का समय आ गया है। आज ही अपना पासवर्ड रीसेट करें और एक मजबूत पासवर्ड बनाने के लिए हमारी बताई इन ट्रिक्स को फॉलो करें।
इन बातों का रखें ध्यान
- विश्व पासवर्ड दिवस पर एक बार फिर अपनी डिजिटल सुरक्षा पर कंट्रोल लेने का समय आ गया है। आज ही अपना पासवर्ड रीसेट करें और एक मजबूत पासवर्ड बनाने के लिए हमारी बताई इन ट्रिक्स को फॉलो करें।
- आपके अलग-अलग डिजिटल अकाउंट के लिए मजबूत और हैक न होने वाला पासवर्ड क्रिएट करें।
- आपके पासवर्ड में कम से कम 16 अक्षर हों क्योंकि लंबे पासवर्ड को डिकोड करना कठिन होता है।
- इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कितना मजबूत पासवर्ड बनाया है, फिर भी अपराधी आपका पासवर्ड हैक कर सकते है। इसलिए अपने पासवर्ड को थोड़े-थोड़े समय पर बदलते रहें।
- अपने डिजिटल अकाउंट पर सिक्योरिटी के लिए 2-स्टेप वेरिफिकेशन को शुरू करें।
- अपने पासवर्ड के रूप में नाम, डेट ऑफ बर्थ, फ़ोन नंबर और अन्य पब्लिकली उपलब्ध जानकारी का उपयोग करने से बचें।
- इशके अलावा सोशल मीडिया या किसी अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपने जरूरी और पर्सनलाइज्ड डिटेल को ऑनलाइन उजागर करने से बचें।