अक्सर जब हम फोन खरीदने जाते हैं तो कुछ पहलुओं पर बहुत ध्यान देते हैं जिसमें फोन की बैटरी कैमरा और डिस्प्ले जैसे प्वाइंट शामिल है। इस पहलुओं से जुड़ी बहुत सी अहम बातें है जिनसे शायद हम अनजान हैं।आज हम एक सीरीज शुरू कर रहे हैं जिसमें हम इन अहम बातों के बारे में आपको जानकारी देंगे। इय सीरीज की शुरुआत हम स्मार्टफोन की बैटरी से कर रहे हैं।
अंकिता पाण्डेय, नई दिल्ली। स्मार्टफोन आजकल हर इंसान के जीवन का अहम हिस्सा है। ऐसे में अगर आप स्मार्टफोन खरीदने जाते हैं, तो कुछ खास फीचर्स पर गौर करते हैं। इसमें से कुछ के बारे में आप जानते हैं, मगर कुछ के बारे में शायद आपको पता नहीं होता है। आपकी इसी उलझन को दूर करने के लिए हम खबरों की सीरीज ला रहे हैं, जिससे आप फोन के बारे में ज्यादा समझ सकेंगे।
इस सीरीज में हम स्मार्टफोन से जुड़े हर पहलू को उजागर करने का प्रयास करेंगे। हम इस सीरीज की शुरुआत बैटरी से कर रहे हैं, क्योंकि फोन खरीदते समय सबसे पहला विचार जो हमारे दिमाम में आता है, वो लंबी बैटरी लाइफ है। ऐसे में फोन की बैटरी के बारे में क्या चीज अहम है, हम आज आपको इसके बारे में बताएंगे।
लंबी बैटरी लाइफ है जरूरी
स्मार्टफोन खरीदते समय कीमत के साथ-साथ हम सबसे पहले इस बात का ध्यान रखते हैं कि इसमें लंबी बैटरी लाइफ होनी चाहिए, क्योंकि आप अपने ज्यादातर काम अपने फोन के माध्यम से करते हैं। आजकल ज्यादातर फोन में आपको 5000mAh की बैटरी मिलती है, हालांकि कुछ ब्रांड्स ऐसे हैं, जो कुछ फोन में 6000mAh की बैटरी भी देते हैं। इसमें सबसे पहला नाम सैमसंग का है।
अब सवाल ये उठता है कि क्या ज्यादा mAh की बैटरी से लंबी बैटरी लाइफ मिलती है? इससे पहले हमें mAh के बारे में जानना होगा।
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ज्यादा mAh मतलब ज्यादा बैटरी बैकअप?
आमतौर पर हर स्मार्टफोन यूजर यहीं सोचता है कि ज्यादा mAh की बैटरी होने का मतलब है कि ज्यादा पावर बैकअप, मगर ऐसा नहीं होता है। फोन का बैटरी बैकअप और भी कई पहलुओं पर निर्भर करता है, जिसके बारे में हम यहां जानेंगे।सबसे पहले आपको बता दें कि mAh यानी Milliampere-hour बैटरी की पावर को दर्शाने की यूनिट है। सीधे शब्दों में कहें तो ये दर्शाता है कि आपका फोन 1 घंटे में कितने milliampere का पावर देता है।
अब अगर बैकअप की बात करें तो हमारे फोन का बैटरी बैकअप इस बात पर निर्भर करता है कि आपका फोन कितनी बैटरी कंज्यूम कर रहा है। इसके अलावा आपके फोन का डिस्चार्ज रेट कितना है, यह भी आपके फोन के बैटरी बैकअप के लिए जरूरी है।मान लीजिए आप कोई हेवी गेम खेल रहे हैं तो आपका प्रोसेसर और ग्राफिक्स कार्ड बैटरी खपत में अहम भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा बैकग्राउंड में चल रहे ऐप्स और फोन का लगातार नेट ऑन रहना भी आपकी बैटरी को कुछ हद तक प्रभावित कर सकता है।
बैटरी टाइप भी है जरूरी
अक्सर हम बैटरी के फटने या गलने की खबरें सुनते हैं। ऐसे में आप कौन सी बैटरी टाइप वाले स्मार्टफोन को चुनें ये भी जरूरी है। आपको बता दें कि स्मार्टफोन में दो तरह की बैटरी का इस्तेमाल होता है। इसमें लिथियम आयन बैटरी और लिथियम पॉलिमर बैटरी शामिल है। ये दोनों बैटरी एक-दूसरे से कैसे अलग हैं और आपको कौन सी बैटरी वाला स्मार्टफोन खरीदना चाहिए, हम आपको इसके बारे में बताएंगे।
सबसे पहले लिथियम आयन बैटरी की बात करते हैं। आपको बता दें कि ज्यादातर स्मार्टफोन में कंपनियां इसी बैटरी का इस्तेमाल करती हैं। लिथियम आयन बैटरी के साथ आने वाले स्मार्टफोन वजन में थोड़ा भारी होते हैं, मगर आपको इससे लंबे समय तक चार्जिंग मिल सकती है। इस बैटरी के साथ सबसे बड़ा खतरा ये है कि ओवरचार्ज करने पर इसके फटने का खतरा भी रहता है।लिथियम पॉलिमर बैटरी का एक बेहतर वर्जन माना जा सकता है। स्मार्टफोन कंपनियां अब नए डिवाइस में इस तरह की बैटरी का इस्तेमाल बढ़ा रही हैं।
लिथियम आयन बैटरी वाले फोन की तुलना में इस बैटरी के साथ आने वाले फोन वजन में हल्के होते हैं, जिस कारण लोग इसे काफी पसंद करते हैं। इसके साथ ही ये बैटरी आयन बैटरी की तुलना में न के बराबर फ्लेमेबल होती है, जिस कारण इसके फटने का खतरा बहुत कम होता है। इस बैटरी के साथ सबसे बड़ी कमी ये है कि ये सिंगल चार्ज में स्मार्टफोन को ज्यादा समय तक नहीं चला सकती है।उम्मीद कर रहे हैं कि ये आर्टिकल आपके लिए मददगार रहेगा। अब इस सीरीज के अगले आर्टिकल में हम आपको स्मार्टफोन के डिस्प्ले के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
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