Know Your Smartphone: स्मार्टफोन में स्टोरेज की क्या है अहमियत, जानें क्यों जरूरी है रैम
अगर आप स्मार्टफोन खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो हम आपके लिए आर्टिकल की एक सीरीज लाए हैं जिसमें हम स्मार्टफोन से जुड़े खास प्वॉइंट के बारे में विस्तृत जानकारी दे रहे हैं। अब तक हमने बैटरी और डिस्प्ले को लेकर चर्चा की है और आज हम आपको स्टोरेज के बारे में बताएंगे जिसमें रैम रोम और अन्य स्मार्टफोन स्टोरेज का विस्तार विवरण होगा।
अंकिता पाण्डेय, नई दिल्ली। आज के समय में स्मार्टफोन एक अहम जरूरत बन गया है, क्योंकि हमारे ज्यादातर काम इसपर निर्भर करते हैं। कंपनियां भी आपकी जरूरतों के हिसाब से फोन्स को आपके लिए डिजाइन करती है। इसमें बजट फ्रैंडली फोन से लेकर प्रीमियम फोन भी शामिल किए गए है। आपको बता दें कि हर फोन के अपने अलग फीचर और स्पेसिफिकेशन होते हैं, जो इसे एक दूसरे से अलग करते हैं।
अक्सर हम इस उधेड़बुन में रहते हैं कि कौन सा फोन हमारे लिए सही होगा। ऐसे में आपकी इस समस्या को दूर करने के लिए हमने आर्टिकल की एक सीरीज शुरू की है, जो आपके कंफ्यूज को दूर करने में मदद करेगा। इसके साथ ही आप अपने फोन के कुछ बेसिक फीचर्स के बारे में विस्तार से जान सकेंगे। इससे पहले हमने फोन की बैटरी और डिस्प्ले को लेकर बात की है। आज हम फोन की स्टोरेज को लेकर बात करेंगे। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि स्टोरेज फोन के लिए क्यों अहम है और कितनी स्टोरेज आपके लिए सही है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
स्मार्टफोन स्टोरेज
बैटरी कैमरा और डिस्प्ले के अलावा स्टोरेज भी एक ऐसा प्वॉइंट है, जिसका ख्याल हम स्मार्टफोन खरीदते समय रखते हैं, क्योंकि यह आपके फोन की परफॉर्मेंस प्रभावित कर सकता है। लेकिन कुछ ऐसे सवाल है जो लोगों के दिमाग में आते हैं, जैसे स्मार्टफोन में स्टोरेज की क्या भूमिका है? और ये कितने तरह के होते है? हमें अपनी जरूरत के हिसाब से कितना स्टोरेज चाहिए। यहां हम स्मार्टफोन स्टोरेज से जुड़े इन सभी सवालों के जवाब जानेंगे।यह भी पढ़ें - Jio AirFiber vs Airtel Xstream AirFiber: कीमत से लेकर बेनिफिट्स तक, जानिए कौन सा एयरफाइबर है आपके लिए बेस्ट
कितने प्रकार के होते हैं स्टोरेज?
आपने RAM, ROM और फ्लैश स्टोरेज के बारे में जरूर सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये मेमोरी के प्रकार है। ऐसे में स्टोरेज के बारे में समइने से पहले आपको इसके टाइप के बारे में जानना होगा।
सीधी भाषा में कहें तो रैम, रोम और फ्लैश स्टोरेज कंप्यूटर मेमोरी हैं, जो आपको डेटा को एक्सेस करने, स्टोर करने और मैनेज करने का काम करते हैं। अब हम इन तीनों को अलग-अलग और विस्तार से समझेंगे।
RAM (रैंडम एक्सेस मेमोरी)
- सबसे पहले रैम की बात करते हैं। रैम के बारे में अक्सर हम सुनते हैं कि हमारे फोन में 6GB या 8GB का रैम है। आइये जानते हैं इसका क्या इसका क्या मतलब है?
- रैम या रैंडम-एक्सेस मेमोरी एक प्रकार की मेमोरी है, जो आपके फोन के प्रोसेसर द्वारा उपयोग किए जा रहे डेटा को संग्रहीत करने या इकट्ठा करने का काम करती है।
- आपको बता दें कि रैम में केवल अस्थायी जानकारी को स्टोर करता है, जो आपके स्मार्टफोन में निश्चित समय के लिए काम आती है और उन्हें जल्द ही पूरा करने की जरूरत होती है।
- RAM आप अपने फोन में जो भी एक्टिविटी करते हैं, वो रैम द्वारा प्रभावित होती है। यानी कि अगर आप चाहते हैं कि आपका फोन एक साथ कई काम करें तो इसके लिए फोन की रैम अधिक होनी चाहिए।
- आपको बता दें कि स्मार्टफोन में आपको 2GB, 4GB, 6GB, 8GB, 12GB, 16GB और अब 24GB रैम का भी ऑप्शन मिलता है, जिसे आप अपनी जरूरत के हिसाब से चुन सकते हैं। हालांकि इससे फोन की कीमतों पर भी असर दिखाई देता है।
आपके स्मार्टफोन पर RAM कितना जरूरी है?
- आपके स्मार्टफोन में जितनी अधिक रैम होगी, आप उतनी ही तेजी से ऐप्स त को एक्सेस कर सकेंगे और बिना किसी गैप के ऐप्स के बीच स्विच कर सकेंगे।
- जब आप किसी अन्य ऐप पर रैम के बिना स्विच करेंगे तो ऐप्स बंद हो जाएंगे, जिससे देरी होगी और आपका फोन धीमा हो जाएगा। स्मार्टफोन खरीदते समय कम से कम 4 जीबी रैम वाला फोन खरीदने की कोशिश करनी चाहिए।
- अगर आप गेमिंग के शौकिन है तो ऐसी स्थिति में कम से कम 8GB रैम वाला फोन लें। अगर आप बहुत ही एडवांस लेवल का गेम खेलने है, तो बेहतर एक्सपीरियंस और स्पीड के लिए कम से कम 16GB का रैम जरूरी है।
ROM (रीड-ओनली मेमोरी)
- अब अगर रीड-ओनली मेमोरी या ROM एक नॉन वॉलेटाइल मैमोरी है यानी कि फोन बंद होने की स्थिति में भी इसमें स्टोर किया डेटा को सुरक्षित रहता है। इसमें वहीं जानकारी होती है, जिसे केवल पढ़ा जा सकें और लंबे समय तक इसकी जरूरत हो।
- इसमें BIOS (बेसिक इनपुट/आउटपुट सिस्टम) सेटिंग्स, बूट निर्देश (ऑपरेटिंग सिस्टम को चालू करने के लिए स्टार्टअप अनुक्रम) आदि जैसे प्री-प्रोग्राम किए गए निर्देश होते हैं।
- आपको बता दें कि ROM आमतौर पर फ्लैश मेमोरी में ही बनाया जाता है।
फ्लैश मेमोरी
- फ्लैश मेमोरी एक नॉन वॉलेटाइल कंप्यूटर मेमोरी है जिसे मिटाया जा सकता है और री-प्रोग्राम भी किया जा सकता है। मगर सिस्टम बंद होने पर यह डेटा खुद डिलीट नहीं होता है।
- इसकी कम लागत, कॉम्पैक्ट आकार और कम बिजली की खपत के कारण इसका उपयोग विभिन्न पोर्टेबल डिवाइस पर प्राइमरी स्टोरेज मेमोरी के रूप में किया जाता है।