Monsoon Tips: बारिश के दिनों में इन्वर्टर और बैटरी का रखें खास ख्याल, इन टिप्स को करें फॉलो
गर्मी के बाद बरसात की शुरुआत हो चुकी है। इस सीजन में कमजोर बैटरी की वजह से इन्वर्टर को स्विच ऑन करने में परेशानी आती है। इसी तरह बार-बार पावर कट होने की वजह से इनसफिसिएंट वॉल्टेज की वजह से इन्वर्टर की बैटरी को फुल चार्ज करने में परेशानी आती है। इस सीजन में इन्वर्टर की बैटरी का ख्याल रखना और भी जरूरी हो जाता है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। गर्मी के बाद अब बरसात के दिनों की शुरुआर हो चुकी है। मानसून सीजन में इन्वर्टर और बैटरी को लेकर अलग-अलग तरह की परेशानी आती है।
इस सीजन में कमजोर बैटरी की वजह से इन्वर्टर को स्विच ऑन करने में परेशानी आती है। इसी तरह बार-बार पावर कट होने की वजह से इनसफिसिएंट वॉल्टेज की वजह से इन्वर्टर की बैटरी को फुल चार्ज करने में परेशानी आती है।इस सीजन में इन्वर्टर की बैटरी का ख्याल रखना और भी जरूरी हो जाता है। इस आर्टिकल में कुछ टिप्स को शेयर कर रहे हैं, जिन्हें आप भी फॉलो कर सकते हैं-
मानसून सीजन में इन बातों को रखें ध्यान
- इन्वर्टर की बैटरी को ड्राई रखने के लिए इसे वॉटर प्रूफ कवर में रख सकते हैं। पानी से बचाने के लिए बैटरी को वॉटरफ्रूफ मटीरियल से ढक कर रख सकते हैं।
- बैटरी एरिया को वेंटिलेटेड रखा जाना बेहद जरूरी है। कोशिश करें कि बरसात के दिनों में बैटरी एरिया में पानी इक्टठा न हो। पानी और इलेक्ट्रिसिटी साथ में खतरनाक साबित हो सकते हैं।
- इन्वर्टर की बैटरी का इलेक्ट्रोलाइट लेवल चेक किया जाना जरूरी है। पानी इलेक्ट्रोलाइट लेवल को पतला कर सकता है। ऐसा होता है तो इसका असर परफोर्मेंस पर पड़ने लगेगा।
- बरसात में इन्वर्टर का कम इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। लंबे समय तक बारिश बनी रहती है तो बैटरी को लेकर ओवर-डिस्चार्ज की परेशानी आ सकती है। बैटरी के टेम्प्रेचर को लेकर भी ध्यान दिया जाना जरूरी है।
- इन्वर्टर बैटरी का खास ख्याल रखते हुए रेगुलर मेनटेनेंस पर भी ध्यान दें। टर्मिनल, केबल, किसी तरह के डैमेज को लेकर सावधानी बरतें।
- बैटरी ज्यादा चार्ज न हो, न ही ज्यादा डिस्चार्ज हो इसके लिए बैटरी प्रोटेक्टर का इस्तेमाल कर सकते हैं। बैटरी प्रोटेक्टर का इस्तेमाल शॉर्ट सर्टिक के लिए भी काम का साबित होगा।