सेकेंड हैंड फोन कहीं पहुंचा न दे जेल! डिवाइस चोरी का है या नहीं, खरीदारी से पहले चुटकियों में लगाएं पता
बहुत से यूजर्स सेकेंड हैंड फोन के ऑप्शन पर जाते हैं। हालांकि ऐसा करना कई बार एक बड़ी आफत को घर ला सकता है। सेकेंड हैंड फोन चोरी का हो सकता है। इसलिए खरीदारी से पहले फोन की डिटेल्स वेरिफाई करना जरूरी हो जाता है। फोन की डिटेल्स वेरिफाई करने के लिए संचार साथी पोर्टल पर विजिट कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। स्मार्टफोन आज के समय में हर शख्स के लिए एक अहम जरूरत बन गए हैं। स्मार्टफोन खरीदना एक महंगा खर्चा है। यही वजह है कि बहुत से यूजर्स नया फोन खरीदने की जगह सेकेंड हैंड फोन खरीदने के ऑप्शन पर जाते हैं।
चोरी का हो सकता है सेकेंड-हैंड फोन
हालांकि, सेकेंड हैंड फोन खरीदना आपको जेल भी पहुंचा सकता है। अगर आप भी एक नया सेकेंड हैंड फोन खरीद रहे हैं तो खरीदारी से पहले चुटकियों में पता लगते हैं कि डिवाइस चोरी का है या नहीं।
संचार-साथी पोर्टल का कर सकते हैं इस्तेमाल
दरअसल, भारत सरकार की ओर से मोबाइल वेरिफिकेशन की सुविधा मिलती है। इसके लिए आप संचार साथी पोर्टल पर विजिट कर सकते हैं। यहां Citizen Centric Services में Know Your Mobile /IMEI Verification का ऑप्शन मिलता है।
कैसे पता चलेगा चोरी का है फोन
फोन का IMEI Verification करने पर अगर स्टेटस में IMEI is Valid नजर नहीं आ रहा तो यह चोरी का फोन है। दरअसल, एक नए फोन को वैलिड IMEI के साथ भी बेचा जाता है।IMEI का ब्लॉक होना या इनवैलिड होना खतरे की घंटी है। अगर आप जिस फोन को ले रहे हैं उसका IMEI इनवैलिड नजर आ रहा है तो इस फोन को न लें।
फोन चोरी का है या नहीं ऐसे करें पता
- सबसे पहले संचार साथी पोर्टल (https://sancharsaathi.gov.in/) पर आना होगा।
- अब स्क्रॉल डाउन कर Citizen Centric Services पर आना होगा।
- अब Know Your Mobile /IMEI Verification पर आना होगा।
- अब कैप्चा और मोबाइल नंबर एंटर करने के साथ ओटीपी और IMEI नंबर एंटर करना होगा।
- सारी डिटेल्स एंटर करने के बाद आपके सामने IMEI Verification का स्टेटस नजर आ जाएगा।