Smartphone को लेकर कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलती, फोन चार्जिंग के लिए ये रूल आएगा काम
Smartphone Charging Mistake अक्सर स्मार्टफोन में आग लगने की घटनाएं सामने आती हैं। ऐसे में स्मार्टफोन से जुड़ी ऐसी घटनाओं में फोन की बैटरी में आई खामी ही वजह बनती है। स्मार्टफोन को ठीक तरह से चार्ज किया जाए तो फोन की बैटरी की हेल्थ ठीक रहती है। डिवाइस लंबे समय तक चलाया भी जा सकता है। फोन का चार्ज करने के लिए 20-80 चार्जिंग रूल फॉलो करना चाहिए।
By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Wed, 26 Jul 2023 09:00 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। आज के समय में स्मार्टफोन हर दूसरे यूजर की जरूरत है। चाहे घर की गृहणी हो या कोई वर्किंग प्रोफेशनल हर यूजर को अपने अलग-अलग कामों के लिए इस डिवाइस की जरूरत पड़ती है। वहीं स्मार्टफोन को इस्तेमाल करने के साथ डिवाइस के ठीक तरह से रखरखाव की भी जरूरत होती है।
बहुत से यूजर स्मार्टफोन की चार्जिंग को लेकर कुछ मामूली गलतियां कर रहे होते हैं, जानकारियों के अभाव में ही अक्सर फोन में आग लगने जैसे घटनाएं घटती हैं।स्मार्टफोन की ठीक तरह से चार्ज किया जाए तो इसे 2 से 3 सालों तक बिना किसी परेशानी के चलाया जा सकता है। स्मार्टफोन को चार्ज करने के लिए 20-80 चार्जिंग रूल काम में आता है।
स्मार्टफोन को चार्ज करने का 20-80 रूल क्या है?
दरअसल जानकारों की मानें तो फोन में आग लगने के अधिकतर मामलों में फोन की बैटरी में आई खामी ही वजह बनती है। फोन को ठीक तरह से चार्ज न किया जाए तो डिवाइस की बैटरी डैमेज होने लगती है।
स्मार्टफोन को चार्ज करने के लिए 20-80 रूल की बात करें तो यूजर को सलाह दी जाती है कि उसे कभी भी डिवाइस को फुल चार्ज यानी 100 प्रतिशत चार्ज नहीं करना चाहिए। डिवाइस की बैटरी लो होने पर अधिकतर यूजर स्मार्टफोन को चार्जिंग पर तो लगाते हैं, लेकिन फोन ज्यादा समय तक इस्तेमाल किया जाए, इसके लिए इसे ज्यादा समय तक चार्जिंग पर लगाए रखते हैं।
फोन की बैटरी को फुल चार्ज करने पर इस पर उल्टा असर ही पड़ता है। आपने कभी नोटिस भी किया होगा कि फोन लंबे समय तक चार्जिंग पर लगा रहे तो यह गर्म हो जाता है। ऐसे में यूजर को फोन को फुल नहीं बल्कि 80 प्रतिशत तक ही चार्ज करने की सलाह दी जाती है।वहीं, दूसरी ओर बैटरी लो होने पर स्मार्टफोन को 20 प्रतिशत लो बैटरी से चार्ज करना ही सही माना जाता है। हालांकि, ज्यादातर यूजर बैटरी डेड होने पर ही फोन चार्ज करते हैं। यही वजह है कि यूजर के फोन में कुछ ही समय में बैटरी से जुड़ी परेशानियां आने लगती हैं।