Move to Jagran APP

TP Link राउटर में सामने आई बड़ी खामी, घर में लगे इंटरनेट कनेक्शन को सिक्योर करने के लिए फॉलो करें ये टिप्स

गूगल Apple और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां को CERT-In को चेतावनी देते हुए बताया कि TP-Link राउटर में सुरक्षा को लेकर कुछ समस्या आ गई है। ऐसे में ये भारत में कई TP-Link राउटर यूजर्स को प्रभावित कर सकते हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि आप इस समस्या से कैसे बच सकते हैं। आइये इसके तरीके के बारे में जानते हैं।

By Ankita Pandey Edited By: Ankita Pandey Updated: Fri, 31 May 2024 08:30 PM (IST)
Hero Image
TP Link राउटर में हो रही है ये समस्या, कैसे करें समाधान
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय कंप्यूटर सुरक्षा निगरानी संस्था, भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (CERT-In) ने व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले TP-Link राउटर में पाई गई एक बड़ी कमजोरी के बारे में एक गंभीर चेतावनी जारी की है।

CERT-In को Google, Apple, Microsoft और Mozilla जैसी प्रमुख कंपनियों के लोकप्रिय उपकरणों और सॉफ्टवेयर में सुरक्षा संबंधी समस्या की तेजी से पहचान करने के लिए जाना जाता है। इस बार भी वे संभावित खतरों के बारे में चेतावनी दे रहे हैं, जो भारत में कई TP-Link राउटर यूजर्स को प्रभावित कर सकते हैं।

क्यों है चिंता का विषय?

  • TP-Link राउटर भारतीय घरों में आम हैं, जो सुरक्षित वायरलेस नेटवर्क से स्मार्टफोन, लैपटॉप और टैबलेट के लिए इंटरनेट एक्सेस देते हैं।
  • वे यूजर और उनके इंटरनेट सेवा प्रोवाडर्स (ISP) के बीच पुल के रूप में कार्य करते हैं। इसमें केबल की परेशानी के बिना निर्बाध इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलती। मगर हाल ही में एक ऐसी समस्या सामने आई है , जो इसमें कुछ खामियों को उजागर कर रही है।
यह भी पढ़ें - iPhone Durability Test: नया आईफोन लाने से पहले 10000 से ज्यादा यूनिट की टेस्टिंग करता है Apple, इन स्टैंडर्ड पर करता है परीक्षण

क्या है परेशानी?

  • CERT-In ने बताया कि यह दोष रिमोट हमलावरों को कमजोर TP-Link राउटर में अटैक करने और अनधिकृत कोड एग्जीक्यूट करने देता है।
  • इसके साथ ही ये उन्हें सिस्टम के भीतर एडवांस परमिशन के लिए भी एक्सेस दे सकता है, जो संभावित रूप से आपकी नेटवर्क सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।
  • यह समस्या खास कर TP-Link Archer मॉडल को प्रभावित करती है, जो C5400X(EU)_V1_1.1.7 build 20240510 वर्जन से पुराने हैं।
  • सरल शब्दों में कहें तो हमलावर आपके राउटर पर अनधिकृत कंट्रोल पाने के लिए इस दोष का संभावित रूप से फायदा उठा सकते हैं, जिससे आपकी नेटवर्क सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
  • इससे उन्हें आपका डेटा चोरी करने या कनेक्टेड डिवाइस पर आगे के हमले शुरू करने की अनुमति मिल सकती है।

कैसे रखें सुरक्षित ?

  • इस समस्या से बचने के लिए CERT-In TP-Link यूजर्स को तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है। इसके लिए आप हमारे बताए तरीके को आजमा सकते हैं।
  • TP-Link द्वारा दिए गए लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच को शामिल करने के लिए अपने राउटर के फर्मवेयर को नियमित रूप से अपडेट करें।
  • डिफॉल्ट क्रेडेंशियल यानी यूजर नेम और पासवर्ड को जरुर बदलें और एक सुरक्षित और यूनिक लॉगिन क्रेडेंशियल बनाएं।
  • अपने नेटवर्क पर डेटा ट्रांसमिशन को रोकने के लिए WPA3 या WPA2 एन्क्रिप्शन का उपयोग करें, जिससे स्कैमर्स के लिए आपके डेटा को इंटरसेप्ट करना काफी कठिन हो जाएगा।
  • अगर आपको अपने राउटर सेटिंग्स को रिमोटली मैनेज नहीं करना है, तो इस सुविधा को बंद कर दें।
यह भी पढ़ें - Internet Addiction से बचने में फोन करेगा आपकी मदद, iOS और Android यूजर्स को ऑन करनी होगी ये सेटिंग