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क्या हैं फास्ट चार्जिंग बैटरी के नुकसान, 5 प्वाइंट में जानिए सबकुछ

Phone Battery Tips कई बार सवाल उठते हैं कि क्या फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी फोन की बैटरी के लिए खतरनाक होती है? मतलब क्या फास्ट चार्जिंग से बैटरी जल्द खराब हो जाती है। साथ ही सवाल उठते हैं कि क्या फास्ट चार्जिंग से फोन में ब्लॉस्ट होता है?

By Saurabh VermaEdited By: Updated: Mon, 30 Aug 2021 04:36 PM (IST)
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यह फोन बैटरी की प्रतीकात्मक फाइल फोटो है।

नई दिल्ली, टेक डेस्क। Phone Battery Tips: आज के दौर में फास्ट चार्जिंग और सुपर फास्ट चार्जिंग वाले स्मार्टफोन आम हो गये हैं। USB Type C-सी से लैस इन नये चार्जर से पहले से 10 गुना फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट मिलता है। इन फास्ट चार्जर की मदद से 20 से 30 मिनट में फोन जीरो से 100 फीसदी तक चार्ज हो जाते हैं। हालांकि कई बार सवाल उठते हैं कि क्या फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी फोन की बैटरी के लिए खतरनाक होती है। मतलब क्या फास्ट चार्जिंग से बैटरी जल्द खराब हो जाती है। साथ ही सवाल उठते हैं कि क्या फास्ट चार्जिंग से फोन में ब्लॉस्ट होता है? आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब

क्या फास्ट चार्जिंग है नुकसानदायक

दरअसल फोन की बैटरी में फिक्स साइकल होते हैं। अगर आपकी बैटरी में 500 से 600 बैटरी साइकल के साथ आती है, तो फोन की बैटरी को जीरो से 100 फीसदी तक 500 से 600 बार चार्ज किया जा सकेगा। इसके बाद ही फोन की बैटरी में खराबी आती है। अगर आपने फोन को जीरो से 50 फीसदी तक चार्ज किया, तो अगली बार जब जीरो से 50 फीसदी चार्ज करेंगे, तो एक साइकल पूरा हो जाएगा। ऐसा नहीं है फास्ट चार्जिंग से जल्द बैटरी खराब हो जाती है।

क्या फास्ट चार्जिंग से होता है फोन में ब्लॉस्ट

फोन में केवल फास्ट चार्जिंग से ब्लास्ट नहीं होता है। इसकी कई वजह हो सकती हैं। फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी वाले स्मार्टफोन कई सारे प्रोटेक्शन के साथ आते हैं। साथ ही फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करने के लिए फोन को ड्यूल सेल सपोर्ट के साथ पेश किया जाता है, जिससे फोन की बैटरी चार्जिंग के दौरान हीट ना करें। फास्ट चार्जिंग के लिए अलग तरह का सर्किट होता है। ऐसे में फास्ट चार्जिंग से फोन में ब्लास्ट की खबरें सही नहीं है।

क्यों होते हैं ब्लास्ट

रिपोर्ट की मानें, तो ब्लास्ट की ज्यादातर वजह मैन्युफैक्चरिंग डिफाल्ट होती है। कई बार फोन के निर्माण के दौरान लीथियम ऑयन बैटरी का संपर्क हवा से हो जाता है। इसके चलते भी फोन में ब्लास्ट की संभावना होती है। ऐसी किसी भी फिडाल्ट की स्थिति में स्मार्टफोन कंपनियों की तरफ से फोन को रिकॉल किया जाता है और फ्री में बैटरी बदली जाती है।

एक्सट्रीम प्रेशर

फोन में कभी भी ज्यादा दबाव नहीं डालना चाहिए। अक्सर देखा जाता है कि लोग फोन की बैक पॉकेट में फोन रख लेते हैं, जिससे बैठने पर फोन पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है, जो फोन की बैटरी के लिए नुकसानदेह होता है। ऐसी स्थिति में फोन की बैटरी के डैमेज होने की संभावना होती है। बता दें कि लीथियम एक खतरनाक पदार्थ होता है, जिसमें हवा के संपर्क में आने से विस्फोट हो सकता है।

ओवर चार्जिंग

हमेशा सलाह दी जाती है कि फोन को ओवर चार्ज ना करें। अगर आप फोन को रातभर चार्जिंग में लगाकर सो जाते हैं, तो संभव है कि फोन में ब्लास्ट हो सकता है। वैसे तो फोन ओवरहीट से बचने के लिए कई सारे सेफ्टी फीचर के साथ आता है। लेकिन कई बार ऐसी स्थिति में फोन के ब्लास्ट होने की संभावना होती है।